आनंदवन की माता
आनंदवन के सृजन में बाबा आमटे की कर्मनिष्ठा का योगदान तो है ही; लेकिन उनकी पत्नी साधनाताई के मातृत्व का भी बड़ा सहयोग है। कुष्ठ रोगियों, नेत्रहीनों व विकलांगों की सेवा में ताई ने अपना जीवन भी होम कर दिया। आनंदवन की माता के रूप में ही उनकी पहचान है। बाबा-ताई के चले जाने के बाद यह कार्य उनके पुत्र डॉ. प्रकाश आमटे सम्हालते हैं। पेश है उनकी ही कलम से उनकी मां के बारे में.....