पुरुषार्थ चतुष्ट्य
भारतीय संस्कृति में जीवन को सर्व प्रकारेण आनंदपूर्ण मनाने के लिए पुरुषार्थ चतुष्टय-धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की उद्भावना को...
भारतीय संस्कृति में जीवन को सर्व प्रकारेण आनंदपूर्ण मनाने के लिए पुरुषार्थ चतुष्टय-धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की उद्भावना को...
स्वामी विवेकानंद मुस्कुराये और पाद वन्दन करते हुए विनीत भाव से बोले ‘‘गुरुवर! आप ही ने तो नरेन्द्र को विवेकानंद...
Copyright 2024, hindivivek.com