क्या डॉ. आंबेडकर दलितस्तान चाहते थे?
“...मैं (डॉ. आंबेडकर) स्पष्ट करता हूं कि जब कभी मेरे एवं राष्ट्र के हितों के बीच टकराव होगा तो मैं अपने व्यक्तिगत हितों की चिंता नहीं करूंगा। परन्तु मेरी अपनी एक प्रतिबद्धता है जिसे मैं नहीं छोड़ सकता। वह प्रतिबद्धता है मेरे अछूत बंधुओं के प्रति।” महज इस कथन के आधार पर यह निहितार्थ निकालना कि डॉ. आंबेडकर दलितस्तान चाहते थे, सही नहीं होगा।