एक गलती,खेल खतम… by माधुरी ताम्हने 0 ****माधुरी ताम्हणे**** रात के साढ़े ग्यारह बजे थे। गाड़ी में माल भरकर विजापुरके ढाबे पर भोजन कर ट्रक की ओर...