उत्सवों का संगीत
इतिहास गवाह है कि देवी-देवताओं से निर्मित संगीत पृथ्वी पर आया और समस्त मानव जाति ने उसे सराहा और ग्रहण किया। प्राचीन काव्यों के अनुसार मानव जाति ने संगीत के द्वारा देवताओं को प्रसन्न किया और उद्देश्य की प्राप्ति की। आज तक यह परंपरा कायम है, जो भारतीय संस्कृति की विशेषता है।