हरियाणा के रोड़ मराठों के वंशज
हरियाणा के रोड़ महाराष्ट्र के मराठों के वंशज ही हैं। पानीपत के तीसरे युद्ध में पराजित होने पर बचे हुए मराठा सैनिक कुरुक्षेत्र के जंगल में अपनी पहचान छिपा कर रहने लगे, क्योंकि चारों ओर दुश्मन होने से महाराष्ट्र लौटना संभव नहीं हुआ। रोड़ों और मराठों के बीच शक्लों, रिती-रिवाजों में गजब की समानता और बोली में मराठी शब्दों की बहुतायत से दोनों के एक होने के तथ्य की पुष्टि होती है।