गौवंश संरक्षण के द्वारा पर्यावरण सुरक्षा

Continue Readingगौवंश संरक्षण के द्वारा पर्यावरण सुरक्षा

धर्म-अर्थ-काम व मोक्ष पुरुषार्थ की भारतीय संस्कृति के हरेक अंग एक दूसरे के पूरक हैं, सहायक हैं। उस संस्कृति के अंतर्गत जगवत्सल हमारे ऋषि-मुनियों द्वारा निर्मित व्यवस्थायें प्रकृति के साथ सुसंगत हैं, साधन-शुद्ध हैं, साध्य शुद्ध है, सचराचर जगत के लिए अभय-प्रदाता है, अहिंसक हैं।

End of content

No more pages to load