पंचकोशों का शुद्धिकरण स्वच्छ भारत की बुनियाद
मनुष्य के पांच कोश होते हैं-अन्नमय, प्राणमय, मनोमय, विज्ञानमय और आनंदमय। व्यक्ति, परिवार, समाज या राष्ट्र के जीवन में इनके असंतुलन से सारी समस्याएं पैदा होती हैं। इनके शुद्धिकरण से ही भारत स्वच्छ होगा।
मनुष्य के पांच कोश होते हैं-अन्नमय, प्राणमय, मनोमय, विज्ञानमय और आनंदमय। व्यक्ति, परिवार, समाज या राष्ट्र के जीवन में इनके असंतुलन से सारी समस्याएं पैदा होती हैं। इनके शुद्धिकरण से ही भारत स्वच्छ होगा।