गुरु महिमा
प्रत्येक उत्सव हर्ष एवं उल्लास का पर्व होता है। भारतीय संस्कृति ने उत्सवों को संस्कारों की रंग-सुगंध से समृद्ध बनाया है। गुरुपूर्णिमा एक ऐसा ही संस्कार-सौरभ प्रदान करने वाला पुनीत पर्व है। गुरुपूर्णिमा गुरु के पूजन का पर्व है। यह एक अनुशासन एवं समर्पण का पर्व है। यह एक अध्यात्मिक महोत्सव है। गुरुपूर्णिमा को व्यासपूर्णिमा भी कहा जाता है। इसे अनुशासन का पर्व भी माना जाता है।