बहुत उम्मीद है सर्वानंद से
असम के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल को पता है कि वे सत्ता में आ चुके हैं और अब कांग्रेस को कोसने की जगह सभी को साथ लेकर विकास की राह में आगे बढ़ना होगा, तभी चुनाव वादों को पूरा किया जा सकता है। आरोप-प्रत्यारोप से विपक्ष को कठघरे में खड़ा किया जा सकता है, लेकिन जनता के भरोसे पर खरा नहीं उतरा जा सकता है। फिर भी बांग्लादेशी घुसपैठियों से राहत पाना और असमी अस्मिता की रक्षा करना उनके लिए एक बड़ी चुनौती होगी।