मेरा शहर उल्हासनगर
असल में उल्हासनगर कोई शहर नहीं था, सेना का कल्याण कैम्प था। 1947 के दरम्यान सिंध प्रांत से आए हुए सिंधी हिंदुओं को रहने के लिए यहां जगह दी गई।
असल में उल्हासनगर कोई शहर नहीं था, सेना का कल्याण कैम्प था। 1947 के दरम्यान सिंध प्रांत से आए हुए सिंधी हिंदुओं को रहने के लिए यहां जगह दी गई।