न तुम हमें जानो…
पार्श्वगायन के क्षेत्र में बहुत स्पर्धा है। पहले जैसी ‘मोनोपली’ अब नहीं रही। रोज एक नई आवाज से पहचान होती है। फिल्म चली और गाने हिट हुए कि थोड़ेे दिन किसी गायिका का नाम जोर-शोर से सुनने में आता है। अल्प समय में ह
पार्श्वगायन के क्षेत्र में बहुत स्पर्धा है। पहले जैसी ‘मोनोपली’ अब नहीं रही। रोज एक नई आवाज से पहचान होती है। फिल्म चली और गाने हिट हुए कि थोड़ेे दिन किसी गायिका का नाम जोर-शोर से सुनने में आता है। अल्प समय में ह