अण्णा कहते हैं
2007 में उन्होंने फुलिस सेवा से स्वैच्छिक निवृत्ति ले ली और फिलहाल सामाजिक न्याय के हर आंदोलन में सक्रिय रही हैं। मुख्य सूचना अधिकारी बनने की कोशिश फिछले साल सफल नहीं हो सकी। फिलहाल जन लोकफाल आंदोलन से जुडी हैं। विधेयक की प्रारूफ समिति में उन्हें नहीं लिया गया। उन्होंने कहा, ‘अण्णा का जिसे आशीर्वाद मिल गया उसे देश सेवा के लिए और क्या चाहिए? उनके त्याग से हमें प्रेरणा मिलती है।’