राधिका के मन का मीत
प्रतिभा किसी बंधन में नहीं बंधती। मन की कल्पनाओंको कैनवास पर मूर्त रूप देने वाली राधिका चांद की जीवन मानो इसीकी याद दिलाता है। ‘डाउन सिंड्रोम’ के कारण राधिका अपनी भावनाएं अपने बर्तावों या बोलने में सहजता से व्यक्त नहीं कर सकतीं। लेकिन, उनकी प्रतिभा की शक्ति प्रचंड है।