जलसंवर्धन
मानव की बौध्दिक क्षमता की उड़ान को देखकर कभी-कभी हमें लगता है कि हम ‘विज्ञान’ की सहायता से प्रकृति के ऊपर हावी होने में सफल हुए हैं। फिर भी एकाध सुनामी भी हमें अपनी सीमाओं का रेखांकन कर दिखाती है। एकाध भूकंप भी विज्ञान पर हमारे विश्वास को डांवाडोल कर देता है।