‘हिन्दवी स्वराज्य’ की संकल्पना हो शासन का आधार

Continue Reading‘हिन्दवी स्वराज्य’ की संकल्पना हो शासन का आधार

भारतवर्ष जब दासता के मकड़जाल में फंसकर आत्मगौरव से दूर हो गया था, तब शिवाजी महाराज ने ‘हिन्दवी स्वराज्य’ की घोषणा करके भारतीय प्रजा की आत्मचेतना को जगाया। आक्रांताओं के साथ ही तालमेल बिठाकर राजा-महाराज अपनी रियासतें चला रहे थे, तब शिवाजी महाराज ने केवल शासन के सूत्र मुगलों से अपने…

End of content

No more pages to load