सेवा परमो धर्म :
अब ऐसी सेवा करने की आवश्यकता है जो समाज के हर तबके को आत्मनिर्भर बना सके। जब समाज का हर तबका आत्मनिर्भर बनेगा तभी देश आत्मनिर्भर बनेगा। सरकार के प्रयासों से अगर भारत में नए उद्योग आते हैं तो उन उद्योगों में काम करने वाले लोगों में जिन गुणों की आवश्यकता होगी उनका आंकलन कर ऐसे मानव संसाधनों का विकास करने का कार्य भी सेवाभावी संस्थाएं कर सकती हैं। यह सही मायने में समाज सेवा होगी; क्योंकि यह सेवा किसी को हाथ पसारने को मजबूर नहीं करेगी अपितु उन हाथों को परिश्रम और आत्म सम्मान से अपना भरण-पोषण करने और जीवन सम्पन्न बनाने के लिए प्रेरित करेगी।