मत खाइए गुटखा, यह ले लेगा जान

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भारत में ही पूरे विश्व में आर्थिक प्रगति तथा समृद्धि के साथ-साथ लोगों में नशाखोरी की प्रवृत्ति और आदतों में निरंतर बढ़ोत्तरी हो रही है। शराब, सिगरेट, कोकीन, चरस, गांजा, तंबाकू के साथ अन्य नई-नई प्रकार की नशीली दवाइयाँ (ड्रग) बाजार में आ रही हैं और उनका उपयोग विशेष रूप से युवा पीढ़ी में दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।

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