एक कलाकार की पानी पर पहल
दुनिया के हर हिस्से में, शहरों से लेकर गांवों की दीवारों और पानी की टंकियों पर ‘जल ही जीवन है’ का नारा लिखा हुआ है। लेकिन क्या वह नारा जन-जीवन पर असर कर रहा है? क्या उसने कभी दशा और दिशा दी है?
दुनिया के हर हिस्से में, शहरों से लेकर गांवों की दीवारों और पानी की टंकियों पर ‘जल ही जीवन है’ का नारा लिखा हुआ है। लेकिन क्या वह नारा जन-जीवन पर असर कर रहा है? क्या उसने कभी दशा और दिशा दी है?
यह प्रसन्नता की बात है कि उच्चतम न्यायालय के हाल के फैसले के बाद नदीजोड़ो परियोजना पर फिर से जोरशोर से चर्चा आरंभ हो गई। मुझे आज भी 2002 का वह दिन याद आता है जब तत्कालीन प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस परियोजना की लोकसभा में अधिकृत घोषणा की थी।