भगवान महावीर ने दी थी ग्लोबल वार्मिंग की चेतावनी
जैन धर्म के सिद्धांत के अनुसार छठे आरा (काल) में सूर्य की किरणें अत्यंत उग्र हो जाने से अनाज की तंगी उत्पन्न होगी और जीने के लिए प्रजा को मांसाहार पर निर्भर रहना पड़ेगा। ग्लोबल वार्मिंग की चर्चा आजकल जीवन के हर क्षेत्र में हो रही है। ऐसा माना जा रहा है कि आधुनिक काल में मंहगाई और अनाज की जो समस्या उत्पन्न हुई है, वह भी ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव के कारण ही है।