कहां खो गया चीता ?
अब भारत के जंगलों में चीता दिखाई नहीं देता। बस्तर जिले में 1948 में वहां के अंतिम चीते की शिकार वहां के महाराजा ने की थी। इस बारे में मैंने पवनी (जिला गोंदिया, महाराष्ट्र) के माधवराव पाटील के साथ चर्चा की। वे गोंदिया जिले में प्रसिध्द शिकारी रहे हैं। उन्होंने बताया, ‘1950 से 1953 नवेगांव बांध, पवनी और गांधारी के जंगल में मैंने चीतों की शिकार की है।’)