भारत में मकर संक्रांति पर्व की विविधता

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संस्कृत प्रार्थना के अनुसार "हे सूर्यदेव, आपका दण्डवत प्रणाम, आप ही इस जगत की आँखें हो। आप सारे संसार के आरम्भ का मूल हो, उसके जीवन व नाश का कारण भी आप ही हो।" सूर्य का प्रकाश जीवन का प्रतीक है। चन्द्रमा भी सूर्य के प्रकाश से आलोकित है। वैदिक…

आध्यात्मिक चेतना और राष्ट्रीय एकात्मता का पर्व मकर संक्रांति

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शीत  ऋतु के बीच जब सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो मकर संक्रांति होती है, इसी दिन से सूर्य की उत्तरायण गति प्रारम्भ होती है। यह पर्व जीवन व सृष्टि में नवसंचार करता है। यह हिंदुओं का प्रमुख काल चेतना या परिवर्तनकारी समय का…

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