सामाजिक समरसता के पुरोधा स्वामी विवेकानंद
भारत की दुरावस्था का कारण और निदान स्वामी जी की दृष्टि में- स्वामी विवेकानंद जी की मान्यता थी की भारतीय जीवन दर्शन दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है। इतने श्रेष्ठ जीवन दर्शन के बाद भी सामाजिक विषमता की खाई देखकर उन्हें गहन वेदना होती थी।