सामाजिक समरसता और रक्षाबंधन का त्यौहार
भारत में वर्तमान परिस्थितियों के देखते हुए रक्षाबंधन त्यौहार का महत्व और भी बढ़ जाता है। देश में भारतीय सनातन हिंदू संस्कृति पर लगातार हमले हो रहे हैं। जिस प्रकार अंग्रेजों एवं मुगलों ने अपने शासनकाल में भारतीय सनातन हिंदू संस्कृति को नुक्सान पहुंचाया था एवं हिंदुओं को अपने ही धर्म से विमुख करने के भरपूर प्रयास किए थे। हालांकि, इन कुत्सित प्रयासों में वे पूर्णतः विफल रहे थे, परंतु आज फिर कुछ विदेशी ताकतें एवं आतंकवादी संगठन, भारत के ही कुछ भटके हुए नागरिकों के साथ मिलकर भारत में अव्यवस्था फैलाने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं। रक्षाबंधन जैसे पवित्र त्यौहार के दिन हम सभी भारतीय नागरिकों को, एक दूसरे को, पवित्र रक्षासूत्र बांधकर एक दूसरे की रक्षा करने का संकल्प लेने की आज महती आवश्यकता है। साथ ही, रक्षाबंधन त्यौहार को देश में सामाजिक समरसता स्थापित करने के पवित्र उत्सव के रूप में मनाये जाने की सख्त आवश्यकता है। रक्षाबंधन त्यौहार के माध्यम से आगे आने वाली अपनी युवा पीढ़ी को भारतीय परंपराओं एवं संस्कारों से भी अवगत कराया जाना चाहिए।