मैं हमेशा उजालों की ओर देखता हूँ – सुनील यादव
जहां तक गॉड फादर की बात है राजनीति में एक गलत धारणा पनप रही है कि यहां बिना गॉड फादर के आगे नहीं बढ़ा जा सकता। यह भावना उन लोगों के मन में होती है, जो समाज से जुड़े नहीं हैं। जो राजनीति में रहकर समाज के प्रति अपना उत्तरदायित्व निभाने से चूक रहे हैं, ऐसे लोगों को गॉड फादर की जरूरत महसूस होती है। समाज के साथ कोई नाता नहीं हो, कोई बुनियादी काम नहीं किया हो तो सुनील यादव को गॉड फादर की जरूरत होगी, पर मेरा बुनियादी काम समाज में होने के कारण मुझे कभी गॉड फादर की जरूरत महसूस नहीं होगी।