मानव समाज के कतिपय दोष
तस्माच्छास्त्रं प्रमाणं ते कार्याकार्यव्यवस्थितौ ज्ञात्वा शास्त्रविधानोक्तं कर्म कर्तुमिहार्हसि भावार्थ : मनुष्य को यह जानना चाहिए कि शास्त्रों के विधान के ...
तस्माच्छास्त्रं प्रमाणं ते कार्याकार्यव्यवस्थितौ ज्ञात्वा शास्त्रविधानोक्तं कर्म कर्तुमिहार्हसि भावार्थ : मनुष्य को यह जानना चाहिए कि शास्त्रों के विधान के ...
Copyright 2024, hindivivek.com