पूर्व प्रधानमंत्री की कविता को मोदी ने किया ट्वीट “आओ दिया जलाए”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार के अपने संबोधन में देश की जनता से एक बार फिर से अपील की है कि वह रविवार रात 9:00 बजे 9 मिनट के लिए घर की सारी लाइटें बंद करके मोमबत्ती, दीया या फिर टॉर्च जलाएं। देश की जनता ने मोदी की इस अपील का जोरदार स्वागत किया जो सोशल मीडिया पर साफ तौर पर दिखाई दे रहा है। रविवार के लिए लोग तैयारी भी शुरु कर दिये है।

लेकिन उससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को स्व. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की एक कविता का वीडियो साझा किया है। मोदी ने अपने ट्वीटर अकाउंट से पूर्व पीएम का विडियो शेयर किया और उसे आओ दिया जालए का टाइटल दिया।

स्वर्गीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी इस वीडियो में एक कविता पढ़ रहे हैं जो देश के युवाओं के लिए है यह एक जोशीली कविता है जिसे सुनकर कोई भी इंसान देश प्रेम और जोश से भर जायेगा।
अटल जी की कविता जिसको प्रधानमंत्री मोदी ने शेयर किया है उसकी कुछ पंक्तियां। 
आओ फिर से दिया जलाएं।
भरी दुपहरी में अंधियारा।।
सूरज परछाई से हारा।
अंतरतम का नेह निचोड़े।।
बुझी हुई बाती सुलगाय।
आओ फिर से दिया जलाएं।।
हम पड़ाव को समझे मंजिल।
लक्ष्य हुआ आंखों से ओझल।।
वर्तमान के मोह जाल में।
आने वाला कल न भुलाए।।
आओ फिर से दिया जलाएं।
आहुति बाकी यज्ञ अधूरा।
अपनों के विघ्नों ने घेरा।।
अंतिम जय वज्र बनाने।
नव दधीचि हड्डियां गलाए।।
आओ फिर से दिया जलाएं। 
विश्व के बाकी देशों की तरह भारत भी कोरोना संकट से जूझ रहा है। अब तक भारत में इससे संक्रमण की संख्या करीब ढाई हजार को पार कर चुकी है वही मरने वालों की संख्या भी 70 तक पहुंच चुकी है। सरकार की तरफ से वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दोनों तरह के उपाय अपनाए जा रहे हैं और इसी के तहत प्रधानमंत्री मोदी ने सभी से अपील की है कि रविवार 5 अप्रैल को रात 9:00 बजे हम सभी को घर के बाहर छत पर या फिर बालकनी में खड़े होकर दीया, मोमबत्ती, टॉर्च या फिर मोबाइल की फ्लैशलाइट को जलाना है। हमे प्रकाश की शक्ति का प्रयोग करना है और कोरोनावायरस के अंधकार को हमेशा के लिए मिटा देना है।

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