
देश भर में जारी कोरोनावायरस की लड़ाई में लोगों के साथ-साथ सरकार भी बढ़-चढ़कर अपना सहयोग दिखा रही है। रविवार को लोगों ने दिया जलाकर सरकार का भरपूर सहयोग किया। इससे पहले सरकार की अपील पर लोगों ने प्रधानमंत्री केयर्स फंड में जमकर योगदान भी दिया था जिसके बाद अब सरकार ने भी कोरोना वायरस के खिलाफ एक बड़ा फैसला लेते हुए सभी सांसदों की वेतन से बड़ी कटौती की है। देश में जारी आर्थिक संकट को देखते हुए प्रधानमंत्री सहित सभी सांसदों ने 1 साल तक के अपने वेतन से 30% तक की कटौती की बात कही है इसके अलावा सांसद निधि भी 2 साल के लिए टाल दी गई है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस बात की जानकारी दी, उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री सहित सभी सांसद अपने वेतन का 30% कोरोना के खिलाफ लड़ाई में दान कर रहे हैं और यह कटौती पूरे 1 साल तक जारी रहेगी। 1 अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक सभी सांसदों की सैलरी से 30% कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई में सांसदों द्वारा दान दिया जाएगा।
देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और राज्य के राज्यपालो ने भी स्वेच्छा से अपने वेतन में कटौती के लिए कहा है। भारत जिस मुश्किल घड़ी से गुजर रहा है ऐसे में आम और खास सभी को देश का साथ देना चाहिए। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, राज्यपाल, प्रधानमंत्री और सांसदों के वेतन से अगर एक साल के लिए कटौती होती है तो इससे देश को आर्थिकतौर पर एक बड़ी मदद मिलेगी।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम केयर्स फंड की शुरुआत करते हुए सभी से अपील की थी देशहित के लिए सभी लोग दान करें जिससे कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई में देश को आर्थिक तंगी से ना गुजरना पड़े। जिसके बाद देश का तमाम वर्ग आगे आकर दान किया जिसमें बॉलीवुड के सितारे, नामचीन खिलाड़ी, अलग अलग पार्टियों के नेता और आम जनता का योगदान सराहनीय रहा है। पीएम केयर्स फंड में 6 हजार करोड़ से ज्यादा अब तक जमा हो चुके हैं जबकि अभी भी लोगों का दान करने का सिलसिला जारी है।
कोरोना वायरस एक महामारी है जिसका लोगों के साथ साथ अर्थव्यस्था पर भी बुरा असर देखने को मिल रहा है। भारत, अमेरिका और चीन जैसे तमाम बड़े देश इसकी चपेट में आ चुके है। भारत कोरोना के खिलाफ वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दोनों तरह से लड़ रहा है।
Desh ke hit me sabhika yogdan prashausaniy hai.