मंगलवार सुबह 10 बजे पीएम देश को करेंगे संबोधित

हेडलाइन
  • 14 अप्रैल सुबह 10 बजे देश को संबोधित करेंगे पीएम
  • पीएम ने ट्वीट कर दी संबोधन की जानकाारी  
  • बढ़ सकती है लॉक डाउन की तारीख?
  • देश में लगातार बढ़ रहा संक्रमण का खतरा 
  • देश में 9000 से अधिक लोग संक्रमित 
देशवासियों का इंतजार आखिकार खत्म हुआ और पीएम की तरफ से यह ऐलान हुआ कि वह मंगलवार यानी 14 अप्रैल को देश को फिर से कोरोना वायरस को लेकर संबोधित करेंगे। इससे पहले पीएम देश को कई बार संबोधित कर चुके है। केंद्र सरकार द्वारा 21 दिनों का लॉक डाउन मंगलवार को खत्म हो रहा है इसलिए सभी देशवासियों को इस बात का इंतजार है कि आगे देश में लॉक डाउन जारी रहेगा या फिर इसे यहां पर समाप्त किया जायेगा। प्रधानमंत्री ने 24 मार्च के अपने संबोधन में पूरे देश में 21 दिनों का लॉक डाउन का ऐलान किया था जो 14 अप्रैल को खत्म हो रहा है। जिसके बाद कल यानी मंगलवार को पीएम मोदी का भाषण एक बार फिर इस बात को साफ करेगा कि देश में आगे लॉक डाउन जारी रहेगा या नहीं?

पीएम मोदी ने इससे पहले राज्यो के मुख्यमंत्री से विडियो कांफ्रेंसिग के जरिए बात की थी जहां लॉक डाउन को लेकर चर्चा हुई थी। पीएम ने बैठक के दौरान कहा था कि जान है तो जहान है के साथ हमें आगे बढ़ना है। जिससे यह कयास लगाये गये थे कि लॉक डाउन आगे भी जारी रह सकता है लेकिन उसमें कुछ ढील भी दी जा सकती है क्योंकि लगातार लॉक डाउन की वजह से अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हो रही है।

देश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है जिससे सभी लॉक डाउन को आगे बढ़ाने पर विचार कर रहे है क्योकि अमेरिका और इटली जैसे शक्तिशाली देश भी इसकी चपेट से नहीं बच पा रहे है फिर ऐसे में भारत की छोटी सी लापरवाही देशवासियों के लिए बड़ी मुश्किल बन सकती है। भारत सरकार ने कोरोना की मुश्किल को पहले ही भांप लिया था जिससे समय से देश में लॉक डाउन जारी किया गया जिससे लोग घरों में कैद हो गये और नतीजा सकारात्मक रहा। अगर सरकार की तरफ से लॉक डाउन में देरी की जाती तो देश में हालात और भी भयावह हो सकते थे। 
विश्व पर नजर डाले तो जिन भी देशों ने लॉक डाउन लगाने में देरी की थी उनकी स्थिति अब सरकार के नियंत्रण से बाहर जा चुकी है और संक्रमित लोगों की संख्या में भारी बढ़ोत्तरी हो चुकी है जबकि मरने वालों की संख्या भी डरावनी है। चीन से शुरु हुआ कोरोना का कहर अब विश्व के दो सौ से ज्यादा देशों में फैल चुका है। अमेरिका जैसे महाशक्तिशाली देश भी इसकी चपेट में चुके है क्यों कि अमेरिका इस वायरस को काफी हल्के में लिया था और एक बार यह भी कहा था कि कोरोना मात्र एक अफवाह के अलावा और कुछ भी नहीं है। लेकिन अब अमेरिका ऐसी स्थिति में पहुंच गया है कि उसे भारत से मदद लेनी पड़ रही है।

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