देश में करीब एक महीने से लॉक डाउन जारी है जिससे लोग कोरोना की महामारी से तो बच रहे है लेकिन साथ ही रोजमर्रा की जिंदगी में परेशानी झेल रहे है। किसी के पास खाने के लिए नही है तो किसी के पास घर में लाइट नहीं चल रही है। जनता की परेशानी को देखते हुए सरकार ने अब लॉक डाउन में छूट देना शुरु कर दिया है लेकिन यह छूट सिर्फ उन्ही इलाकों में दी जायेगी जहां कोरोना का संक्रमण कम या फिर नही है। सरकार के निर्देश के अनुसार सिर्फ वही दुकाने खुल सकती है जो गली मोहल्लों में है। सरकार के इस फैसले से छोटे व्यापारियों को फायदा होगा लेकिन इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना होगा अगर बिना मास्क या लॉक डाउन के नियम तोड़ता हुए कोई पाया जाता है तो दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। वहीं ऐसी दुकानों के खुलन पर रोक है जो बड़ी संख्या में कारीगर के साथ काम कर रहे है मतलब सरकार ऐसी दुकानों पर रोक लगा रही है जहां भीड़ जैसी स्थिति बन सकती है। सरकार की तरफ से मोबाइल, स्टेशनरी, कपड़े और हार्डवेयर की दुकानों को छूट मिली हुई है जबकि बड़े मॉल्स और बड़ी दुकानों, सिगरेट, शराब और सलून जैसी दुकानों पर 3 मई तक रोक जारी रहेगी।
आइए, हम स्वास्थ्यकर्मियों के प्रति अपना आभार व्यक्त करें और यह याद रखें कि वे दुनिया को स्वस्थ रखने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।#CoronaOutbreak #SwasthaBharat #HealthForAll #Lockdown2 pic.twitter.com/knNHSi62OT
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) April 25, 2020
महाराष्ट्र सहित कई राज्य कोरोना की महामारी से परेशान है जिससे ऐसे राज्यों में दुकानों का खुलना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है। केंद्र के फैसले के बाद भी महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान, असम और हिमाचल में सशर्त दुकानों के खुलने पर रोक लगा दी गयी है क्योकि इन राज्यों में कोरोना का खतरा ज्यादा है जिससे दुकानों के खुलने के बाद संक्रमण के बढ़ने का खतरा बढ़ सकता है।
देश में लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है शनिवार तक संक्रमण का आकड़ा 25 हजार तक पहुंच गया जबकि 7780 लोग अपनी जांन गवां चुके है। सरकारी आकड़ों के मुताबकि पिछले कुछ दिनों से संक्रमण की गति में कमी आयी है अब करीब नौ दिनों में संक्रमित लोगों की संख्या दोगुनी हो रही है जबकि इससे पहले यह आकड़ा कम दिनों का था। शुक्रवार से शनिवार के आकड़ों पर सरकार ने बताया कि संक्रमण की वृद्धिदर 6 प्रतिशत है जो अब तक की सबसे कम बढ़ोत्तरी है अगर ऐसे ही आकड़ों में कमी आती रही तो जल्द ही हम कोरोना के कहर से बाहर निकल जायेंगे। पूरे भारत के आकड़ों में कमी आ रही है लेकिन कुछ राज्यो में कोरोना के केस बढ़ते हुए भी नजर आ रहे है जिससे राज्यस्तर पर चिंता बढ़ती जा रही है। भारत सरकार ने कोरोना पर काफी हद तक रोक लगा दिया था लेकिन तबलीगी जमात की वजह से सरकार की कोशिश को विफल कर दिया गया और निजामुद्दीन से तबलीगी जमात के लोग जहां भी गये वहां संक्रमण को फैला दिया।