- जम्मू के हंदवाड़ा में 2 अधिकारियों सहित 5 जवान शहीद
- यूपी के बुलंदशहर के कर्नल आशुतोष शर्मा हुए शहीद
- योगी ने परिवार को 50 लाख और सरकारी नौकरी का आश्वासन दिया
- आशुतोष से पहले 2015 में सेना ने खोया था बड़े रैंक का अधिकारी
जम्मू कश्मीर के हिंदवाड़ा में आतंकियो और सेना के साथ हुई मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारियों सहित पांच जवान शहीद हो गये। इस ऑपरेशन के दौरान सेना ने दो खुंखार आतंकियों को भी मार गिराया जिसकी तलाश काफी समय से सेना को थी। राष्ट्रीय राईफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अशुतोष शर्मा भी इस इनकाउंटर में शहीद हो गये वह उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले है उनकी वीरगति को लेकर पूरा प्रदेश उन्हे सलाम कर रहा है। जानकारी के मुताबिक कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अशुतोष शर्मा इस पूरे ऑरेशन को लीड कर रहे थे और उन्होने पूरी सूझ बूझ के साथ इस ऑपरेशन को अंजाम दिया लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हे आतंकियों ने अपना निशाना बना लिया।
#IndianArmy#LtGenYKJoshi, #ArmyCdrNC and all ranks salute the supreme sacrifice of the #Bravehearts; offer deepest condolences to the families.@adgpi@SpokespersonMoD@JmuKmrPolice pic.twitter.com/Cg3GLyhgdg
— NORTHERN COMMAND – INDIAN ARMY (@NorthernComd_IA) May 3, 2020
कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अशुतोष शर्मा की शहादत को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हे शत शत नमन किया और कहा कि पूरे प्रदेश को कर्नल अशुतोष शर्मा के शहीद होने पर गर्व है और इसके लिए राज्य सरकार की तरफ से उनके परिवार को 50 लाख रुपया दिया जायेगा साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जायेगी।
योगी ने कहा कि कर्नल के पैतृक गांव में स्मृति के तौर पर गौरव द्वार भी बनाया जायेगा जिससे आने वाली पीढ़ियां उन्हे याद रखें। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सरकार के इस ऐलान से शहीद परिवार को थोड़ी मदद मिलेगी। कर्नल अशुतोष शर्मा ने जो देश के लिए अपना बलिदान दिया है उसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। राष्ट्रीय राईफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अशुतोष शर्मा अपनी वीरता और कड़ी मेहनत के लिए दो बार वीरता पुरस्कार से सम्मानित हो चुके थे।
जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में राष्ट्र की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर करने वाले माँ भारती के वीर सपूतों के शौर्य व शहादत को कोटिशः नमन।
आप सभी शहीदों का यह सर्वाेच्च बलिदान अविस्मरणीय है।
देश को आप पर गर्व है।
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) May 3, 2020
जानकारी के मुताबिक कर्नल आशुतोष अपने दल के साथ उस घर में घुसे जिस घर में आतंकियों ने कुछ लोगों को बंधक बना कर रखा था जिसके बाद सेना और आतंकियों के बीच में गोलीबारी शुरु हो गयी हालांकि कर्नल आशुतोष ने सभी बंधक बनाए लोगों को छुड़ा लिया और आतंकियों का भी खात्म कर दिया लेकिन वह खुद को नहीं बचा सके और अंतिम समय तक देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गये। सेना का काफी समय तक आशुतोष के दल से संपर्क टूट गया जिसके बाद सेना ने घर में घुसे दल की तलाश शुरु की तब पता चला की पूरा दल शहीद हो चुका है।
इससे पहले भी घाटी में कई बार सेना और आतंकियों के बीच हाल ही में मुठभेड़ देखने को मिली थी जिसमें सेना ने की बड़े आंतकी संगठनों के नेताओं को मार गिराया था हालांकि इस दौरान सेना के कई जवान भी शहीद हो गये थे। वहीं राष्ट्रीय राईफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अशुतोष शर्मा की मौत के पहले 2015 में सेना ने किसी बड़े रैंक के अधिकारी को खोया था।