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साबुन-कोरोना का दुश्मन

साबुन-कोरोना का दुश्मन

by अनुपमा गोरे
in जुलाई - सप्ताह चार, सामाजिक, स्वास्थ्य
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साबुन के केमिकल को वायरस के बाहरी परत का फैट तोड़ने में थोड़ा वक्त लगता है और हाथ को अच्छी तरह धोने में कुछ समय लगता है। लगभग 20 सेकंड़ में ये दोनों काम पूरे हो जाते हैं। …ए से लेकर ज़ेड़ तक अंग्रेजी वर्णमाला को मन में बोलें तो इतने समय में दोनों हाथ अच्छी तरह धुल जाएंगे।

आजकल आप सब 24 गुना 7 कोरोना वायरस के बारे में देख-सुन रहे हैं। टीवी, रेडियो, सोशल मीडिया, सूचना के सभी प्लेटफार्म्स पर कोरोना को लेकर चर्चा हो रही है। नोवल कोरोना वायरस से होने वाली बीमारी ‘कोविड-19’ एक संक्रामक बीमारी है जो एक से दूसरे व्यक्ति को संक्रमण से फैलती है। इससे बचाव के तीन मुख्य उपाय हैं। पहला 6 फुट या दो गज की भौतिक दूरी, दूसरा 20 सेकंड़ तक साबुन और पानी से हाथों को बार-बार धोते रहना और तीसरा नाक और मुंह को ढंकने के लिए चेहरे पर मास्क लगाना।

यह एक प्रामाणिक बात है कि किसी भी संक्रामक बीमारी में एक संक्रमित व्यक्ति एक दिन में लगभग 50 व्यक्तियों को संक्रमित कर सकता है और इस तरह संक्रमण तेजी से फैलता है। संक्रमण की इसी श्रृंखला को तोड़ने के लिए सरकार ने लॉकडाउन जैसे कई कदम सख्ती से उठाए हैं लेकिन जब तक प्रत्येक नागरिक पूरी ईमानदारी से सावधानी नहीं बरतेगा, यह बीमारी फैलती रहेगी।

कोरोना से बचाव के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने साफ-सफाई रखने के साथ हाथों को बार-बार साबुन से धोने की सलाह दी है। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सबसे कारगर उपाय यही है कि साबुन से अपने हाथों को 20 सेकंड तक धोना। वैसे तो ेसिर्फ पानी से हाथ धोने से धूल-मिट्टी साफ हो जाती है लेकिन छोटे-छोटे कीटाणु हमारे हाथों में चिपके रह जाते हैं। कोरोना वायरस छींकते या खांसते समय या किसी ऐसी सतह को जिस पर वायरस हो, उसके छूने से हमारे हाथों पर कुछ घंटे रहता है और उस दौरान अगर हम अपने हाथ से आंख, नाक और मुंह को छूते हैं तो वायरस हमारे शरीर के अंदर आ जाता है। उसके बाद यह अपनी संख्या तेजी से बढ़ा कर हमें बीमार बना देता है। इस कारण हाथों को अच्छे से धोना बेहद आवश्यक हो जाता है।

अब यह समझना बहुत जरूरी है कि हाथों को किस चीज से और किस प्रकार धोना है। बच्चे अक्सर बहुत जल्दबाजी में हाथ धोते हैं और यह काम वे 10 से 12 सेकंड़ में कर लेते हैं। लेकिन इतने समय में हाथ पूरी तरह साफ नहीं होते और कीटाणु हाथों में रह जाते हैं। इसलिए कई स्वास्थ्य संस्थाओं ने 20 सेकंड तक साबुन से हाथों को धोने का सुझाव दिया है। हाथों को धोने के लिए आप किसी भी प्रकार का साबुन इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि हर एक साबुन की केमिस्ट्री एक जैसी ही होती है।आम तौर पर इनका निर्माण ऐसे तत्वों से होता है जो अम्लीय होते हैं जो किसी भी तरह की चिकनाई (फैट) को हटाने ेमें मददगार होते हैं।

साबुन से हाथ धोने पर जिस प्रकार हाथ में छिपे धूल, गंदगी के कण और चिकनाई निकल जाते हैं, उसी प्रकार साबुन से हाथ धोने पर बैक्टीरिया या वायरस भी खत्म हो जाते हैं। क्योंकि कोरोना वायरस या उसके जैसे अन्य वायरस के भीतर जेनेटिक पदार्थ के तौर पर या तो डीएनए होता है या फिर आरएनए। संक्रमण के बाद ये वायरस जब किसी जीव के शरीर में पहुंचता है तो उसका यह जेनेटिक पदार्थ उस जीव की कोशिकाओं को संचालित करने लगता है और वायरस रिप्रोडक्शन करके अपनी असंख्य प्रतिलिपियां बना लेता है। वायरस के हमारे हाथों के रास्ते नाक और मुंह में प्रवेश करने से पहले अगर हम अपने दोनों हाथों को साबुन और पानी से न्यूनतम 20 सेकंड तक धो लें तो साबुन में मौजूद केमिकल से वायरस के शरीर की बाहरी परत की वसा विखंडित जाएगी और इस तरह उसके भीतर मौजूद जेनेटिक पदार्थ नष्ट होकर पानी में बह जाएगा।

चूंकि वायरस हमारे हाथों के कोनों में छुपा हो सकता है, इसलिए हाथों के हर हिस्से को साबुन से धोना जरूरी है। साबुन के केमिकल को वायरस के बाहरी परत का फैट तोड़ने में थोड़ा वक्त लगता है और हाथ को अच्छी तरह धोने में कुछ समय लगता है। लगभग 20 सेकंड़ में ये दोनों काम पूरे हो जाते हैं। इसलिए स्वास्थ्य संगठनों और विशेषज्ञों ने 20 सेकंड़ तक हाथ धोने की सलाह दी है।

20 सेंकड़ के समय की गणना कैसे करनी है, इसके लिए कई उपाय हैं। एक सबसे आसान उपाय है। ए से लेकर ज़ेड़ तक अंग्रेजी वर्णमाला को मन में बोलना। इतने में दोनों हाथ अच्छी तरह धुल जाएंगे।

हम सभी जानते हैं कि इलाज से सावधानी बेहतर होता है। और तो और कोरोना वायरस का तो इलाज भी अभी नहीं है। इसलिए हम सिर्फ सावधानी से ही अपने को इस बीमारी के संक्रमण से बचा सकते हैं और हमें यह काम पूरी ईमानदारी और सतर्कता से करना है। देखने में आ रहा है कि अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होते ही लोग लापरवाह और बेखौफ हो गए हैं। उन्हें लगता है कि वायरस चला गया है। यह सोच घातक है।

पूरा विश्व कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एकजुट हो गया है। इसमें हम सभी देश वासियों को भी अपना योगदान देना है। हम एकजुट होकर जरूरी सावधानियों को अपनाएंगे तो ही हमारा देश कोरोना मुक्त हो पाएगा।

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