लॉकडाउन के खत्म होने के साथ साथ हर क्षेत्र के लोग जनता को लुभाने में लगे हुए है और लगातार ऑफर्स की बरसात की जा रही है। चार पहिया वाहन वाले तो यहां तक कह रहे है कि मुफ्त में कार ले जाए और उसकी किस्त भी 6 महीने बाद से देना शुरु करें। वहीं बैंक अपने होम लोन पर ब्याजदर लगातार कम करते जा रहे है जिससे नये ग्राहक जल्दी से आकर्षित हो सके। भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के मुताबिक जब भी रेपो रेट में कटौती की जायेगी तब बैंकों को भी अपने ब्याजदर में कटौती करना होगा। इस साल में भी आरबीआई ने कई बार रेपो रेट में कटौती की है जिसके बाद कुछ बैकों ने इसका फायदा जनता को दिया जबकि कुछ बैंकों ने लेट लतीफी की और जनता को इसका फायदा नहीं दे सके।
हम महामारी के अंतिम दौर से गुजर रहे है लेकिन धीरे धीरे ही सही बाजारों में फिर से रौनक लौट रही है जिसके बाद से सभी बैंकों का ध्यान उनके ग्राहकों पर है लेकिन यहां बैंकों के ब्याज कम करने की चालाकी को समझना होगा। बैंकों ने जो भी नया आकर्षक ब्याजदर निर्धारित किया है वह सिर्फ नये ग्राहकों के लिए है ना कि उन ग्राहकों के लिए जो पहले से ही उस बैंक से जुड़े हुए है यानी जब आप को किसी बैंक के साथ लोन शुरु करना होगा तो वह आप को कम से कम वाला ब्याजदर वाला लोन बताएंगें लेकिन जैसे ही आप उस बैंक या फाइनैंस कंपनी से जुड़ जाते है उसके कुछ महीने बाद आप का भी ब्याजदर लगातार बढ़ता जायेगा। इतना ही नहीं कुछ बैंक और फाइनैंस कंपनी तो आप को सूचित किये बिना ही आपकी किस्त को कम या ज्यादा कर देते है जिससे कभी कभी कुछ लोगों के आर्थिक हालात अचानक से खराब हो जाते है और फाइन भरने के डर से जैसे तैसे उस किस्त का प्रबंध करते है।

वर्तमान दौर पर नजर डालें तो ज्यादातर बैंक ने अपने ब्याजदर को कम करके 7 फीसदी पर ला दिया है जबकि कुछ बैंकों ने इससे भी कम करने का दावा किया है लेकिन जब हमने इन सभी बैंकों के पुराने ग्राहकों से बात की तो पता चला कि यह लोग 8.50 फीसदी से लेकर 9.50 फीसदी तक का ब्याज दे रहे है यानी कि हाथी के दिखाने के दांत और खाने के दांत और।
बैंकों के होम लोन के आंकड़े
बैंक नये ग्राहकों के लिए ब्याज दर पुराने ग्राहकों के लिए ब्याजदर
HDFC BANK 06.95 08.50
AXIS BANK 07.75 09.50
SBI BANK 06.95 08.50
LIC HFL 06.90 09.05
ICICI BANK 06.95 08.65