भारत-चीन सीमा पर फायरिंग, जिनपिंग की बढ़ी चिंता

भारत-चीन सीमा पर फ़ायरिंग

भारत और चीन के बीच बातचीत जारी है लेकिन इसके साथ ही सीमा पर हालात भी गंभीर होते जा रहे है। मंगलवार को चीनी सेना ने आरोप लगाते हुए कहा कि भारत की तरफ से फ़ायरिंग की गयी है और सीमा पर उकसाने का काम भी भारत की तरफ से किया जा रहा है हालांकि चीन की तरफ से इसका कोई साक्ष्य नहीं दिया गया है जिससे इस पर पूरी तरह से विश्वास नहीं किया जा सकता है। भारत और चीन के बीच सेना के अधिकारियों के साथ साथ हाल ही में दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों ने भी बैठक की थी लेकिन उसके बाद भी सीमा पर हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे है।
 
 
चीन ने भारत पर मढ़ा आरोप
चीन की तरफ से फ़ायरिंग का यह आरोप उस समय लगाया गया है जब दोनों ही देश के विदेश मंत्री बैठक करने वाले है जानकारी के मुताबिक भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके चीनी समकक्ष वांग यी के बीच 10 सितंबर को बैठक होने वाली है। चीन की तरफ से लगाये गये फ़ायरिंग के आरोप पर अभी तक भारत सरकार की तरफ से कोई बयान नही दिया गया है लेकिन मीडिया में भी ऐसी किसी खबर का कोई जिक्र नही है जिससे यह संभावना जताई जा रही है कि चीन का फ़ायरिंग का आरोप पूरी तरह से निराधार है। चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने इस पूरी घटना के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है और कहा कि भारत ने घुसपैठ करने की कोशिश की थी।
चीन की घुसपैठ जारी
भारतीय सेना के सूत्रों के मुताबिक चीन सेना ने एक बार फिर से घुसपैठ की कोशिश की थी जिसको रोकने के लिए भारतीय जवानों ने पहले चेतावनी जारी की लेकिन चीनी ने सेना ने फ़ायरिंग शुरु कर दी जिसके बाद भारत की तरफ से भी फ़ायरिंग की गयी लेकिन यह फ़ायरिंग हवा में मात्र एक चेतावनी थी। दोनों ही देशों क तरफ से भले ही यह फ़ायरिंग सिर्फ एक चेतावनी के तौर पर गयी हो लेकिन इससे एक बात तो यह साफ हो जाता है कि सीमा पर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। वहीं सीमा पर हालात सुधारने के लिए अब दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक होने वाली है जबकि इससे पहले दोनों देशों के रक्षा मंत्री मास्को में करीब ढाई घंटे की बैठक कर चुके है लेकिन उसके बाद भी कोई ठोस परिणाम सामने आता नहीं नजर आ रहा है।
 
शी जिनपिंग की बढ़ी चिंता
सूत्रों की मानें तो भारत से जारी विवाद को लेकर चीनी राष्ट्रपति शी जिंनपिंग भी अब चिंतित है और सीमा पर भारतीय सेना की तरफ से हुई जवाबी कार्यवाही को लेकर पीएलए कमांडर से नाराज़ भी बताया जा रहे है क्योंकि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को कभी भी हारने की आदत नहीं है इसके लिए वह किसी भी हद तक जा सकता है। चीन और भारत के इतिहास पर नजर डालें तो चीन ने हमेशा से भारत को अपने से कमजोर समझा था लेकिन इस बार भारत ने भी उसे अपनी ताकत दिखा दी जिससे अब चीन पूरी तरह से बैचैन है।

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