हिंदी विवेक के प्रतिनिधि ताम्हणकर पुरस्कार से सम्मानित

Continue Readingहिंदी विवेक के प्रतिनिधि ताम्हणकर पुरस्कार से सम्मानित

सोलापूर (मंगळवेढा) ग्रामीण क्षेत्र के निवासी एवं हिंदी विवेक मासिक पत्रिका के प्रतिनिधि श्री ताम्हणकर जी (आयु लगभग 70) को पुणे में सनातन भारत ग्रंथ के विमोचन समारोह के दौरान श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष व मुख्य अतिथि स्वामी गोविन्ददेव गिरी महाराज तथा भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सुनील देवधर के…

भारत की भूमिका के विस्तार का समय

Continue Readingभारत की भूमिका के विस्तार का समय

वर्ष 2022 कैसा था, उसे हम भुगत चुके है। परंतु नया साल भारत और शेष विश्व के लिए कैसा होगा? कुछ माह पहले तक विश्व कोविड-19 के प्रकोप से लगभग मुक्ति पा चुका था, किंतु इस महामारी के उद्गमस्थल चीन में पुन: कोरोना विस्फोट ने नववर्ष में दुनिया को फिर…

सुपर फ़ूड मोटे अनाज की प्राकृतिक कृषि

Read more about the article सुपर फ़ूड मोटे अनाज की प्राकृतिक कृषि
Indian farmer plowing rice fields with a pair of oxen using traditional plough at sunrise.
Continue Readingसुपर फ़ूड मोटे अनाज की प्राकृतिक कृषि

23 दिसंबर: राष्ट्रीय किसान दिवस पर विशेष सुपर कृषक बनने का मार्ग: सुपर फ़ूड मोटे अनाज की प्राकृतिक कृषि देश में मोटे अनाजों की कृषि, उत्पादन व उपभोग को पर केंद्रित इस लेख के पूर्व यह कविता पढ़िए - यह रागी हुई अभागी क्यों? चावल की किस्मत जागी क्यों? जो…

जरा सा ध्यान, प्यार और स्नेह नया जीवन दे सकता है

Continue Readingजरा सा ध्यान, प्यार और स्नेह नया जीवन दे सकता है

हरियाणा के एक प्राथमिक स्कूल मे अंजलि नाम की एक शिक्षिका थीं वह कक्षा 5 की क्लास टीचर थी उसकी एक आदत थी कि वह कक्षा मे आते ही हमेशा "LOVE YOU ALL" बोला करतीं थी। मगर वह जानती थीं कि वह सच नहीं बोल रही । वह कक्षा के…

सोशल मीडिया के अमेरिकी भेड़ियों की दादागिरी

Continue Readingसोशल मीडिया के अमेरिकी भेड़ियों की दादागिरी

17 दिसंबर को इलोन मस्क महोदय ने mestadone और koo को अपना भविष्य का प्रतिस्पर्धी मानते हुए ट्विटर से बैन कर दिया। लगभग एक माह पहले 21 नवंबर को सोशल मीडिया पर मैंने एक पोस्ट लिखा था, "ट्विटर के घाटे व अनिश्चित भविष्य से दुनिया भर में जर्मनी का Mastodone…

संविधान, लोकतंत्र और अमृत महोत्सव

Continue Readingसंविधान, लोकतंत्र और अमृत महोत्सव

निश्चित रूप से दुनिया में हमारी साख के पीछे हमारा मजबूत संविधान और विश्व का सबसे बड़ा एवं सशक्त लोकतंत्र ही हैं, जो दुनिया के लिए आश्चर्य, विश्वास के साथ स्वीकार्यता की कसौटी पर खरा उतर कर भारत को विश्व गुरू की ओर अग्रसर कर रहा है।

महावीर जयंती: क्या हैं पंचशील सिद्धांत?

Continue Readingमहावीर जयंती: क्या हैं पंचशील सिद्धांत?

भगवान महावीर के जन्मदिवस के अवसर को हम महावीर जयंती के रूप में मनाते है। भगवान महावीर जैन धर्म के अंतिम आध्यात्मिक गुरु थे जिन्हे आज भी पूरी श्रद्धा के साथ पूजा जाता है और उनके उपदेशों का पालन किया जाता है। भगवान महावीर का जन्म आज से करीब ढाई…

पाकिस्तान तक पहुंची मोदी लहर, इमरान हुए मुरीद

Continue Readingपाकिस्तान तक पहुंची मोदी लहर, इमरान हुए मुरीद

नरेंद्र मोदी ने 2014 लोकसभा चुनाव जीता तभी से एक शब्द चर्चा में आया 'मोदी लहर' और उसका जिक्र आज भी होता रहता  है। लोकसभा चुनाव 2014 के बाद से जितने भी चुनाव हुए उसमें मोदी लहर का जिक्र जरुर हुआ और इस लहर ने ऐसे ऐसे लोगों की भी…

संगीत की “स्वर लता” पर विराम!!

Continue Readingसंगीत की “स्वर लता” पर विराम!!

संगीत जगत् से आज एक “स्वर लता” पर विराम सा लग गया अब से एक आवाज गुम सी हो जाएगी। युगों की गायिका कोकिला लता मंगेशकर जी को समाज हमेशा याद रखेगा। लता जी की आवाज आज हमेशा के लिए स्वर्ण युगों के इतिहास में याद रखी जाएगी। उनका गाना…

गुलामी के प्रतीकों से लगाव की दूषित मानसिकता !

Continue Readingगुलामी के प्रतीकों से लगाव की दूषित मानसिकता !

भारत में विभिन्न राष्ट्रीय पर्वों पर ढोए जाने वाले गुलामी के प्रतीक चिन्हों को देश के प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा तेजी से  बदला जा रहा है। इससे गुलाम मानसिकता और भारत के बाहर स्थित अन्य राष्ट्रों में अपनी निष्ठाएं रखने वाले दलों व उनके नेताओं में बेचैनी का…

बजट समझने के लिए मानसिकता में बदलाव की आवश्यकता क्यों है?

Continue Readingबजट समझने के लिए मानसिकता में बदलाव की आवश्यकता क्यों है?

हम भारतीयों ने पिछले कुछ वर्षों में बजट अवधारणाओं का एक सेट विकसित किया है, और जब हम पिछले कुछ वर्षों में कीमतों में कटौती या सब्सिडी की बात किए बिना विभिन्न प्रकार के बजट देखते हैं, तो हम, विशेष रूप से वेतनभोगी और मध्यम वर्ग, मानते हैं कि सरकार…

गलवान झड़प पर चीन की खुली पोल, 4 नहीं बल्कि 38 सैनिकों की हुई थी मौत

Continue Readingगलवान झड़प पर चीन की खुली पोल, 4 नहीं बल्कि 38 सैनिकों की हुई थी मौत

भारत और चीन के बीच 3488 किमी लंबी सीमा क्षेत्र है जिसका 1597 किमी लद्दाख में, 1126 किमी अरुणाचल प्रदेश में, 345 किमी उत्तराखंड, 220 किमी सिक्किम और हिमाचल में 200 किमी की सीमा लगती है और इसी सीमा को लेकर विवाद हमेशा से चला आ रहा है। भारत और…

End of content

No more pages to load