भारत में जब से नरेंद्र मोदी सरकार ने सत्ता संभाली है तब से सेना पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। कोरोना महामारी के बाद भी सेना के खर्च में कोई भी कटौती नहीं की जा रही है और उसकी वजह शायद चीन और पाकिस्तान हैं। भारत दो ऐसे दुश्मन देशों से घिरा हुआ है जो कभी भी हमला कर सकते हैं। बीते साल चीन ने इसका प्रयास भी किया था लेकिन भारतीय सेना और पीएम मोदी की सूझबूझ की वजह से चीन को पीछे हटना पड़ा। चीन से हुए खूनी संघर्ष के बाद यह समझ आया कि भारत की सेना पर किया गया खर्च बेकार नहीं है। भारतीय सेना ने देश की इज्जत बचा ली और दुनिया में भारत का सिर गर्व से ऊंचा हो गया।
पूरी दुनिया में चीन के पास सबसे अधिक सेना है जबकि अमेरिका और रूस भी सेना के मामले में उच्च स्थान रखते हैं। भारत के पास भी सेना की संख्या विश्व में दूसरे स्थान पर है लेकिन अब भारत सेना पर खर्च करने वालों में विश्व में तीसरे नंबर पर आ गया है। चीन के बाद भारत के पास ही सबसे अधिक सेना है और चीन जैसा देश जब दुश्मन हो तो सेना को सशक्त रखना पड़ता है। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2021 में भारत ने सेना पर 76.6 अरब डॉलर खर्च किया। इससे भारत दुनिया का तीसरा सबसे अधिक सैन्य खर्च करने वाला देश बन गया। अगर 2012 से इसकी तुलना की जाए तो इसमें करीब 33 फीसदी की बढ़ोत्तरी की गयी है। वर्ष 2018 तक भारत 5वें नंबर पर था और उस समय कुल खर्च 66.5 बिलियन डॉलर था।
भारत सरकार की तरफ से आधुनिक हथियारों की खरीद जारी है साथ ही आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने के लिए देश में भी नए नए हथियार तैयार किए जा रहे हैं जिससे भारत सैन्य क्षेत्र में अधिक से अधिक आत्मनिर्भर हो सके। सैन्य हथियार भारत में तैयार होंगे तो देश का पैसा बाहर नहीं जाएगा और लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। विश्व में सैन्य खर्च सभी देशों का तेजी से बढ़ रहा है। विकसित और विकासशील देश दोनों ही इस पर खर्च कर रहे हैं क्योंकि सभी को अपने दुश्मनों से बचना है। हाल ही में रूस और यूक्रेन के बीच हुए युद्ध ने सभी को एक बार फिर से सैन्य शक्ति मजबूत करने पर विचार करने को मजबूर कर दिया है।
भारत से ऊपर जो दो देश है वह अमेरिका और चीन हैं। अमेरिका ने साल 2021 में सेना पर 801 अरब डॉलर खर्च किया। विश्व में पहला स्थान अमेरिकी सेना का है जबकि चीन ने बीते वर्ष 293 अरब डॉलर का खर्च किया और दूसरे स्थान पर है। इस रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि अमेरिका, चीन, भारत, यूके और रूस विश्व से पांच सबसे अधिक सैन्य खर्च वाले देश हैं और कोरोना महामारी के बाद भी इनका सैन्य खर्च कम नहीं हुआ।