यह एक इस तरह की टरबाइन होती है जिसे हम समुंदर के पानी में सी बेड पर इंस्टॉल कर देते हैं। ऐसे में जब समुद्र की लहरें टाइड के कारण या किसी और कारणवश बहुत तेजी से हिलोरें मारती है तो उससे इस टरबाइन के पंखे घूमते हैं जिससे जै बिजली पैदा होती है और क्योंकि समुंदर में लहरें बिना रुके बिना थके हर समय चलती रहती है तो उससे यह टरबाइन भी हर समय बिना रुके चलती रहेगी और बिजली पैदा करती रहेगी।
सिर्फ जरूरत है एक बार बड़ी मात्रा में इनको बनाकर समुंद्र तल पर इन्हें इंस्टॉल करने की। वैसे भी दुनिया के 200 देशों में से लगभग डेढ़ सौ से ज्यादा देशों की धरती समुद्री तट को छूती है। अब भारत को ही लो, भारत का तकरीबन 1 बटा 3 हिस्सा समुद्री तट को छूता है। अतः इस माध्यम से भारत आने वाले समय में बड़ी मात्रा में बिजली पैदा कर सकता है। सोलर एनर्जी की तरह यह एनर्जी भी भगवान की देन है क्योंकि लहरों का काम तो 24 घंटे अठखेलियां करना ही है जो बिना रुके अपना काम करती रहती है।