अच्छे_दिन की एक और कहानी..

जहां जहां तूने नाम मिटाए हमारे और लिक्खे थे अपने नाम l
हम वहां वहां गरजते आएंगे और गढ़ देंगे अब रामनाम ll
पावागढ़ मंदिर के शिखर पर पीर सदन शाह की मजार थी। सहमति से हटा दी गई। सदियों बाद माई कालिका के शिखर पर ध्वजा फहरी। किस्सा गुजरात के पंचमहाल जिले के प्रसिद्ध महाकाली मंदिर का है।
इस प्रसिद्ध सिद्ध पीठ को सत्रहवीं शताब्दी में सुल्तान महमूद ने नष्ट भ्रष्ट कर दिया था। वेदोक्त है कि ऋषि विश्वामित्र ने यहां देवी कालिका जी की प्राण प्रतिष्ठा की थी। आज इस मंदिर का पुनरोद्धार कर हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री Narendra Modi जी ने इस मंदिर पर ध्वजा चढ़ाई व माथा टेका।

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