केरल उच्च न्यायालय के निर्णय से आरएसएस के विरुद्ध षड्यंत्र उजागर

सेवा भावी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) राष्ट्रीय विचार पर निरंतर प्रगतिशील है। लेकिन इस राष्ट्रभक्त संगठन के विरुद्ध देश विरोधी ताकतें भी लगातार षड्यंत्र रचने में जुटी हुई हैं। केरल उच्च न्यायालय ने वर्ष 2008 में तिरुवनंतपुरम में माकपा के एक कार्यकर्ता की हत्या के मामले में आरएसएस के 13 कार्यकर्ताओं को बरी करते हुए कहा कि जिस तरीके से अदालत के समक्ष घटनाक्रम पेश किए गए, उससे एक मनगढ़ंत कहानी को परिभाषित करने के लिए गवाहों को सिखाने-पढ़ाने तथा साक्ष्य एकत्रित करने की सोची-समझी कोशिश की बू आती है

 

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