बागवानी से रहे तरोताजा

हम सबको अपने आसपास हरियाली बहुत पसंद होती है। आसपास अगर रंग बिरंगे फूल खिले हो तो मन अनायास ही खुश हो जाता है।  भले ही दिन कितना भी उदास हो अगर एक नजर इन ताजे फूलों पर पड़ जाए, तब हर किसी का चेहरा खिल उठता है लेकिन इन फूलों और इन हरियाली की खूबसूरती को बनाए रखने कि जिम्मेदारी भी हमारी ही है। ‌

समय बिताने का जरिया
हम अक्सर घर के कामों और ऑफिस के कामों में उलझे रहते हैं। कभी घर के कामों को लेकर भाग दौड़ होती रहती हैं तो कभी ऑफिस के काम के सिलसिले में लंबे वक्त तक बैठना पड़ता है। ‌ऐसी स्थिति में तनाव उत्पन्न होना लाजिमी है और इस तनाव को कम करने के लिए बागवानी सबसे बेहतर तरीका हो सकता है। कई अध्ययन भी इस बात का दावा करते हैं कि समय बिताने के लिए बागवानी सबसे अच्छा तरीका है।
घरों में छोटे फूलों के पौधे लगाना, बोनसाई लगाना और मौसमी सब्जियों की खेती करना भी शामिल हो सकता है। इसके अलावा गमलों को विभिन्न रंगों से सजाना अपने अंदर के कलाकार को जीवंत करने जैसा है। देखा जाए तो बागवानी के जरिए हम अपने कलात्मक नजरिए को भी अपने दे सकते हैं बिल्कुल किसी पौधे की लताओं के जैसे।
सीखने का जरिया भी है
बगीचे में तरह तरह के फूल के पौधे आदि होते हैं। कुछ पौधों के तने मजबूत होते हैं, तो किसी को सहारे की जरूरत होती है। इन्हें देख कर यह सीख लेने की जरूरत है कि कभी-कभी स्वयं को खड़ा करने के लिए अगर सहारे की आवश्यकता पड़े या किसी की मदद लेनी पड़े तो बुराई नहीं है। साथ ही बुरे वक्त में किसी की मदद करने में भी बुराई नहीं है।
जब किसी तने को किसी डाली का सहारा मिल जाता है तब्बू आंधी और बारिश में भी डगमग आता नहीं है बल्कि आत्मविश्वास के साथ खड़ा रहता है क्योंकि उसे इस बात का एहसास है कि उसका साथ देने के लिए कोई है। उसी प्रकार हमें भी एक दूसरे की सहायता अवश्य करनी चाहिए क्योंकि बुरा वक्त कभी दरवाजा खटखटा कर नहीं आता।
दूसरों की मदद का भी है जरिया
जब आप अपने घर को सजाने के लिए छोटे पौधे गमले बाजार से लेकर आते हैं तो कहीं ना कहीं आप उन लोगों की मदद भी कर रहे होते हैं, जिसके लिए यह पौधे और गमले बेचना जीविका का साधन है।
इसके अलावा अगर आप थोड़े व्यस्त हैं लेकिन आप अपने बगीचे की साफ सफाई कराना चाहते हैं, तो आप किसी मजदूर की मदद भी ले सकते हैं, जिससे उसके एक दिन का खर्च निकल जाएगा।
वातावरण को करेगा शुद्ध
जैसा कि हम सब जानते हैं कि जलवायु परिवर्तन का ही प्रभाव है कि फरवरी मार्च के महीने में ही तपती गर्मी पर रही है। साथ ही प्रदूषण का स्तर पर इतना ज्यादा बढ़ चुका है कि हवाए दूषित हो गई है। ऐसे में आजकल लोग अपने-अपने घरों में हवाओं को स्वच्छ करने वाली मशीन लगा रहे हैं लेकिन लोगों को इस बात का अहसास होना चाहिए कि इन सब तकनीकों पर आश्रित रहना बिल्कुल सही नहीं है क्योंकि समय-समय पर इनकी खराबी होने पर आपको मरम्मत करानी पड़ेगी जिससे आपका आर्थिक नुकसान होगा।
ऐसी स्थिति में अगर आप अपने आसपास फूल पौधे लगाते हैं यानी छोटी सी बागवानी करते हैं तो आपको ना केवल स्वच्छ हवा मिलेगी बल्कि आपके आसपास का वातावरण भी शुद्ध रहेगा साथ ही कई छोटे कीट मकोड़ों को उनके रहने का स्थान भी मिल जाएगा।
जब बागवानी अपने साथ इतने फायदों को लेकर आती है तो क्यों ना हम सभी अपने अपने घरों का एक कोना बागवानी को समर्पित करते हैं। भले ही वह को ना छोटा हो लेकिन आपके लिए खास होना चाहिए।
– सौम्या जोत्स्ना 

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