सितंबर २०२४ में आयोजित हिंदी शिक्षक सम्मेलन का आयोजन महाराष्ट्र हिंदी अकादमी, हिंदी विवेक मासिक पत्रिका के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया, जिसमें पद्मश्री रमेश पतंगे की उपस्थित में सम्मेलन को चार चांद लग गए। पद्मश्री रमेश पतंगे जी के सामाजिक समरसता में हिंदी साहित्य का योगदान विषय पर परिसंवाद ने उपस्थित शिक्षकों को अमूल्य विचार सुनने का अवसर मिला। इस सम्मेलन का आयोजन श्री अमोल पेडणेकर जी के मार्गदर्शन और निरीक्षण में हुआ। पेडणेकर जी के सहयोग एवं मार्गदर्शन से यह सम्मेलन समारोह संपन्न हुआ।
सिंधुदुर्ग जिला हिंदी शिक्षक मंडल की स्थापना १२ जनवरी १९९५ को हुई| मंडल की रचना में एक अध्यक्ष, एक सचिव, दो उपाध्यक्ष, दो सहसचिव, एक कोषाध्यक्ष अन्य शिक्षक सभासद शामिल रहेंगे| मंडल स्थापना के समय सिंधुदुर्ग जिला हिंदी शिक्षक मंडळ के प्रथम अध्यक्ष के नाते वेंगुर्ला के श्री का. ऊ. शेख और मंडल के सचिव शेठ म.ग. हायस्कूल खारेपाटण के हिंदी शिक्षक श्री. विजयकुमार माळगावकर जी ने बागड़ोर संभाली। मंडल की स्थापना से प्रतिवर्ष आदर्श हिंदी शिक्षक पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है।
हिंदी मंडल के अध्यक्ष के नाते श्री कैलास रघुनाथ जाधव जी बागड़ोर को संभालते ही मंडल में विविध उपक्रमों की शुरुआत हुई।
मंडल की स्थापना का उद्देश्य हिंदी का प्रचार और प्रसार करना है, इस महान कार्य में अपना योगदान देने वाले हिंदी शिक्षकों को उनके कार्य के लिए सम्मानित किया जा रहा है। २०१२ से मंडल द्वारा हर तहसील से आदर्श हिंदी प्रचारक पुरस्कार प्रदान किए जाने लगे। मंडल द्वारा शिक्षा क्षेत्रों में विशेष कार्य करने वाले हिंदी-अहिंदी अध्यापकों को भी विशेष सम्मान से सम्मानित किया जा रहा है और हर साल शिक्षकों को विशेष सम्मान पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है।
हिंदी शिक्षक मंडल के पहले सचिव कै. श्री विजयकुमार माळगावकर के स्मृति में मानक वर्तनी परीक्षा कक्षा नववी के छात्रों के लिए आयोजित किया जा रहा है। हर साल लगभग दो हजार से ज्यादा छात्र इस परीक्षा में शामिल होते हैं और हर तहसील से प्रथम तीन क्रमांक तथा जिला स्तर पर प्रथम तीन क्रमांक को प्रमाणपत्र और नगद राशी से सम्मानित किया जा रहा है। मानक वर्तनी परीक्षा में सहभाग लेने वाले हर छात्र को प्रमाणपत्र प्रदान किया जा रहा है।
सिंधुदुर्ग जिला हिंदी शिक्षक मंडल के सदस्य तथा कुंभवडे विद्यालय के प्रधानाध्यापक कै. श्री हणमंत गोविंद दळवी के स्मृति में २०२२ से आदर्श प्रधानाध्यापक पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। छात्रों में लेखन की वृद्धि हो इस दिशा में मंडल द्वारा स्व. सुनीता दिपक तारी स्मृति निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया जाने लगा। जिला भर से सैकड़ों छात्र इस प्रतियोगिता में भाग लेते हैं, जिनमें से प्रथम तीन क्रमांक को प्रमाणपत्र और रोख राशी देकर सम्मानित किया जा रहा है। मंडल हर साल अप्रैल में सिंधुदुर्ग जिला हिंदी शिक्षक सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। इस सम्मेलन में सिंधुदुर्ग जिला के सैकड़ों अध्यापक शामिल होते हैं। परिसंवाद तथा आदर्श हिंदी प्रचारक पुरस्कार, आदर्श हिंदी शिक्षक पुरस्कार, आदर्श प्रधानाध्यापक पुरस्कार, मानक वर्तनी परीक्षा प्रमाणपत्र वितरण और स्व सुनीता दिपक तारी स्मृति निबंध प्रतियोगिता प्रमाणपत्र वितरण किया जाता है। हर साल इस सम्मेलन में हिंदी के विभिन्न पदों पर कार्यरत महानुभावों को आमंत्रित किया जाता है तथा उनके विचार सुनने का सौभाग्य प्राप्त होता है।
मंडल द्वारा इस सम्मेलन का आयोजन करते समय मंडल पदाधिकारी उत्स्फूर्त भाव से आर्थिक योगदान देते हैं।
२०२२ में हुए सम्मेलन समारोह में महाराष्ट्र के शिक्षामंत्री श्री दिपक केसरकर जी उपस्थित थे, जिनके करकमलों द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया। तथा गतवर्ष हुए सम्मेलन में पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त हमारे जिले के सुपुत्र श्री परशुराम गंगावणे जी उपस्थित रहकर सम्मेलन की शोभा बढ़ाई। सितंबर २०२४ में आयोजित हिंदी शिक्षक सम्मेलन का आयोजन महाराष्ट्र हिंदी अकादमी, हिंदी विवेक मासिक पत्रिका के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया, जिसमें पद्मश्री रमेश पतंगे की उपस्थित में सम्मेलन को चार चांद लग गए। पद्मश्री रमेश पतंगे जी के सामाजिक समरसता में हिंदी साहित्य का योगदान विषय पर परिसंवाद ने उपस्थित शिक्षकों को अमूल्य विचार सुनने का अवसर मिला। इस सम्मेलन का आयोजन श्री अमोल पेडणेकर जी के मार्गदर्शन और निरीक्षण में हुआ। पेडणेकर जी के सहयोग एवं मार्गदर्शन से यह सम्मेलन समारोह संपन्न हुआ।
मंडल द्वारा हर साल अध्यापकों के लिए प्रशिक्षण शिविर, उद्बोधन वर्ग का आयोजन किया जा रहा है। मंडल द्वारा हिन्दी शिक्षकों के लिए हिंदी अध्ययन यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। हैदराबाद हिंदी प्रशिक्षण, दिल्ली हिंदी शिक्षक सम्मेलन, नेपाल हिंदी भाषा साहित्य सम्मेलन, अंदमान हिंदी यात्रा आदि का आयोजन मंडल द्वारा किया जा रहा है।
-सदाशिव दत्ताराम सावंत