नालासोपारा में प्रति शनि शिंगणापुर

Continue Readingनालासोपारा में प्रति शनि शिंगणापुर

पालघर जिला अपने ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थलों के लिए विख्यात है। कई प्राचीन मंदिरों के अलावा यहां पर बहुतेरे महात्माओं के सिद्ध स्थल भी हैं। यहां के मनोरम वातावरण और धार्मिक भाव से भरे माहौल ने हर युग में लोगों की आध्यात्मिक पिपासा को पूर्ण किया है। कोंकणी और केरल…

संस्कृति, सभ्यता और विशेषता

Continue Readingसंस्कृति, सभ्यता और विशेषता

मुंबई से सटा पालघर जिला अपनी भौगोलिक विशेषताओं एवं भविष्य की अपार सम्भावनाओं के कारण अपना विशेष स्थान रखता है। परंतु जिले के दूरदराज के क्षेत्रों तक विकास की समुचित लहर का पहुंचना अभी बाकी है। यहां की ‘वार्ली’ चित्रकला भी विश्व प्रसिद्ध है। यह आम मान्यता है कि जहां…

पौराणिक एवं ऐतिहासिक महत्व

Continue Readingपौराणिक एवं ऐतिहासिक महत्व

अपरांत की उपमा से अभिलेखित पालघर जिले के सूत्र भगवान परशुराम के साथ जुड़ते हैं। इसके अलावा महाभारत काल और अशोक के शासन का उल्लेख भी यहां पर प्राप्त होता है। बाद में चिमाजी अप्पा ने इसे पुर्तगालियों के चंगुल से छुड़ाकर स्वराज्य की गोद में सुरक्षित किया। 1 अगस्त…

विज्ञान और सनातन का कोई संस्थापक नहीं

Continue Readingविज्ञान और सनातन का कोई संस्थापक नहीं

हिंदी विवेक द्वारा प्रकाशित ‘सनातन भारत’ ग्रंथ के विमोचन समारोह में रामजन्मभूमि न्यास के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरि महाराज ने भारत की सनातन संस्कृति और उसके सभी पहलुओं पर व्यापक प्रकाश डाला। मैंने सनातन भारत ग्रंथ का अवलोकन किया। सनातन भारत को समझने के लिए एक साथ जो सामग्री चाहिए…

वैकल्पिक विमर्श को बढ़ाती फिल्म : द केरल स्टोरी

Continue Readingवैकल्पिक विमर्श को बढ़ाती फिल्म : द केरल स्टोरी

यह फिल्म मात्र नहीं, एक सोच है। एक ऐसी सोच जो हमें अपनी आने वाली पीढ़ी के प्रति जिम्मेदारी का भाव जगाने का प्रयास करती है। जाहिर सी बात है कि, तथाकथित सेक्युलर विरोध करेंगे ही। फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ इन दिनों चर्चा में बनी हुई है। इस फिल्म की…

शादी, तलाक और सुप्रीम कोर्ट

Continue Readingशादी, तलाक और सुप्रीम कोर्ट

हिंदू रीति-रिवाजों के मुताबिक शादी सात जन्मों तक साथ निभाने का जरिया है। एक लड़की-लड़का जब शादी के सात फेरे लेते हैं, तो सात जन्मों तक साथ रहने की कसमें खाते हैं, लेकिन जिस रिश्ते में प्यार और अपनापन न हो! फ़िर ऐसी कसमें और वादे सिर्फ़ बोझ बनकर रह…

सांस्कृतिक पुनरुत्थान के पथ पर अग्रणी मध्यप्रदेश

Continue Readingसांस्कृतिक पुनरुत्थान के पथ पर अग्रणी मध्यप्रदेश

पिछले आठ-दस वर्षों का सिंहावलोकन करने पर ध्यान आता है कि यह भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण का दौर है। इस अमृतकाल में भारत अपने ‘स्व’ की ओर बढ़ रहा है। अयोध्या में भव्य एवं दिव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण हो रहा है। श्रीराम ने जिस संघर्ष और धैय के मार्ग को चुना…

प्राकृतिक सौंदर्य एवं विरासत से समृद्ध है चंदेरी

Continue Readingप्राकृतिक सौंदर्य एवं विरासत से समृद्ध है चंदेरी

मध्यप्रदेश के जिले अशोकनगर में बेतवा (बेत्रवती) एवं ओर (उर्वसी) नदियों के मध्य विंध्याचल की सुरम्य वादियों से घिरा ऐतिहासिक नगर चंदेरी और उसका दुर्ग हमारी धरोहर है। यह नगर महाभारत काल से लेकर बुंदेलों तक की विरासत को संभालकर रखे हुए है। चंदेरी न केवल अपनी समृद्धि की कहानियां सुनाता है अपितु अपनी…

️मन के दास नहीं, स्वामी बनें

Continue Reading️मन के दास नहीं, स्वामी बनें

'मन' शरीर का स्वामी है, इंद्रियों का प्रवाह मन के आदेशानुसार काम करता है। बलवान मन शरीर को ड्राइवर की भांति जिधर चाहे उधर हाँका करता है। 'मन' ही अपने नियमित जीवन का साफ़- सुथरा निष्कंटक मार्ग तैयार करता है और मृत्यु का रास्ता भी 'मन' ही बनाता है। विचार…

जैसी दृष्टि होगी, वैसी सृष्टि होगी

Continue Readingजैसी दृष्टि होगी, वैसी सृष्टि होगी

एक बार राजा भोज की सभा में एक व्यापारी ने प्रवेश किया. राजा भोज की दृष्टि उस पर पड़ी तो उसे देखते ही अचानक उनके मन में विचार आया कि कुछ ऐसा किया जाए ताकि इस व्यापारी की सारी संपत्ति छीनकर राजकोष में जमा कर दी जाए. व्यापारी जब तक…

और कितना भागेंगे..?

Continue Readingऔर कितना भागेंगे..?

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की बुढाना तहसील में एक छोटा सा गांव है हुसैनपुर कला. यह गांव किसी जमाने में व्यापार का केंद्र रहा करता था, और इसीलिए वहां पर व्यापार करने वाले जैन समुदाय की संख्या ज्यादा थी. समय बदलता गया. हुसैनीपुर कला गांव में धीरे-धीरे मुस्लिम आबादी बढ़ती…

जीत सदैव धर्म की ही होती है …

Continue Readingजीत सदैव धर्म की ही होती है …

कौरव पक्ष में भी धर्म था उसका नाम विदुर था । पर धर्म को कौरव पक्ष ने सेवक बनाकर रखा था । धर्म की बात नहीं सुनी जाती थी । जब धर्मराज विदुर ने राजा धृतराष्ट्र को सलाह दी कि तुम्हारे पुत्र दुर्योधन इत्यादि कलियुग के रूप हैं अतः युधिष्ठिर…

End of content

No more pages to load