आज पूरा विश्व भारत की विशेषता के बारे में जानना चाहता हैं| दुनिया भारत के बारे में अधयन्न करना चाहती है आखिर वह कौन सी बात है जो भारत को समर्थ और शक्तिशाली बना कर रखा है| भारतीय संगीत, योग, वेद उपनिषद, रामायण , रामचरितमानस आदि ग्रंथों से हामारी ज्ञान परम्परा समृद्ध है जो हमारी मानवता की आधारशीला हैं यही से व्यक्ति का सामाजिक निर्माण होता हैं श्रेठ समाज के निर्माण में शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान रहता है | उक्त बाते विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान की अखिल भारतीय कार्यकारिणी बैठक का शुभारम्भ करते हुए डॉ. कृष्ण गोपाल सह सरकार्यवाह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कही |
इस अवसर पर डी. रामकृष्ण राव अध्यक्ष विद्या भारती व् गोविन्द चन्द महंत संगठन मंत्री विद्या भारती उपस्थित रहे सर्वप्रथम सभी पदाधिकारियों द्वारा गोलोक वासी कार्यकर्ताओं को श्रद्धान्जली अर्पित की गई व एक मिनट का मौन रखा गया , तत्पश्चात सरस्वती वंदना विद्यालय के छात्रों द्वारा प्रस्तुत की गयी| विद्या भारती अखिल भारतीय महामंत्री श्री अवनीश भटनागर जी ने बैठक में उपस्थित अधिकारीयों व्गणमान्य अतिथियों का परिचय करवाया |
यह अखिल भारतीय बैठक हिमाचल प्रदेश में 22 वर्षो के पश्चात् आयोजित की जा रही है | विद्या भारती उत्तर क्षेत्र के महामंत्री देशराज शर्मा ने पुण्य भूमि हिमाचल प्रदेश की भूमिका पर प्रकाश डाला। बैठक के उद्घाटन सत्र में विद्या भारती द्वारा प्रकाशित दो पुस्तकों “अभिनव पंचपदी अधिगम पद्दति” तथा ” लोक माता देवी अहिल्या” का विमोचन किया गया जिसका प्रकाशन विद्या भारती ने किया है।
अपने वक्तव्य में गोविन्द चन्द मंहत जी ने कहा कि कार्यकारिणी की बैठक देव भूमि शिमला में कठिन क्षेत्र मानकर रखी गई है। यहां हम सभी गुणवता के लिए विभिन्न 29 विषयों पर विचार करेंगे। विषय संयोजक अपने-अपने विषयों की प्रस्तुति देगें व उनके विकास की चर्चा करेगें। संघ शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों की चर्चा भी इस बैठक में की जाएगी। उन्होने कहा कि पंचपदी के अनुसार प्रभावी शिक्षण हो इस पर भी चिंतन होगा।
इस अवसर पर एक प्रदर्शनी लगाई गयी जिसका उद्घाटन सह सरकार्यवाह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ डॉ कृष्ण गोपाल जी व् विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के संगठन मंत्री गोविन्द महंत जी ने दीप जलाकर किया| इस प्रदर्शनी में विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान कुरुक्षेत्र द्वारा साहित्य, स्थानीय विद्यालय के छात्रों द्वारा “हिमाचल एक झलक” विषय पर, औषधीय पौधों (Herbal Garden) की प्रदर्शनी लगाई गई| इसके साथ साथ विद्या भारती द्वारा कौशल को विकसित करने के लिए चलाये जा रहे जन शिक्षण संस्थान शिमला द्वारा भी स्वनिर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गयी| जन शिक्षण संस्थान शिमला के निदेशक मंजुला अत्री ने संस्थान व् प्रदर्शनी के बारे में विस्तृत जानकारी दी| इस अवसर पर विद्या भारती उत्तर क्षेत्र के संगठन मंत्री श्री विजय नड्डा जी, सह संगठन मंत्री श्री बाल कृष्ण जी व् महामंत्री श्री देशराज जी मुख्य रूप से उपस्थित रहे |