पिताम्बरी के प्रबंध निदेशक रवींद्र प्रभूदेसाई ने कहा कि उद्यमी वर्षों तक काम करते हुए ब्रैंड विकसित करते हैं। ब्रैंड विकास समय की मांग है, जिसे पैसा कमाने की मशीन के रूप में देखा जाता है। लेकिन ब्रैंड निर्माता सामाजिक रूप से जिम्मेदार नागरिक भी हैं। तिलक महाराष्ट्र विद्यापीठ द्वारा ‘पिताम्बरी ब्रैंड’ को महत्व देते हुए उक्त सम्मान के लिए मैं उनका आभारी हूं।
तिलक महाराष्ट्र विद्यापीठ का 42वां सम्मान प्रदान समारोह विगत 8 मार्च को मुकुंदनगर स्थित तिलक महाराष्ट्र विद्यापीठ परिसर में आयोजित किया गया। उक्त समारोह में पिताम्बरी प्रॉडक्ट्स प्रा.लि.के प्रबंध संचालक रवींद्र प्रभूदेसाई, वरिष्ठ अभिनेता और मनोचिकित्सक डॉ.मोहन आगाशे और कायनेटिक ग्रीन एनर्जी एण्ड पॉवर सोल्यूशन्स लिमिटेड के संस्थापक व कार्यकारी निदेशक सुलजा फिरोदिया-मोटवानी को विद्यापीठ के कुलपति के डॉ. दीपक तिलक के हाथों उक्त सम्मान दिया गया।
इस अवसर पर तिलक महाराष्ट्र विद्यापीठ के कुलपति डॉ. गीताली तिलक, उपाध्यक्ष डॉ. रोहित तिलक, डॉ.प्रणिती तिलक, प्रभारी कुलसचिव सुवर्णा साठे सहित विभिन्न शैक्षणिक शाखाओं के प्राचार्य उपस्थित थे। प्रो. अनुजा पालकर ने रवींद्र प्रभूदेसाई का सम्मानपत्र पढ़ा। सनातन संस्था की साधना करतान सच्चिदानंद, डॉ. जयंत आठवले ने ‘आध्यात्मिक आईक्यू’ के महत्व को बताया।