कल पाकिस्तान की सेना ने एक पत्रकार परिषद की। यह मात्र पत्रकारों तक सीमित नहीं थी। इसमें पाकिस्तानी सेना ने पत्रकारों के साथ, विश्व के 60 देशों के राजनयिकों को आमंत्रित किया था। इस पत्रकार परिषद को संबोधित किया, पाकिस्तानी सेना के DGISPR मेजर जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने। 6 दिसंबर 2022 से यह व्यक्ति पाकिस्तान के 22 वे Director General of ISPR के रूप में काम कर रहा है। पाकिस्तान सेना की ओर से पत्रकार परिषद लेने का काम इनके हिस्से में है।
कल 2 घंटे की इस पत्रकार (सूचना) परिषद में इस महाशय ने 60 देशों के प्रतिनिधि और पत्रकारों के सामने जो कहा और जो दिखाया, वह हमारे देश की दृष्टि में भयावह है, ठीक नहीं है।
पाकिस्तानी जनरल चौधरी ने इस कांफ्रेंस में भारत के नेताओं की, सेलिब्रिटीज की, कुछ लोगों की अनेक वीडियो क्लिपिंग्स दिखाई। इनमें कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हैं, महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष विजय वडेट्टीवार हैं, नेहा सिंह राठौड़ है, राकेश टिकैत है, शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद है और ध्रुव राठी जैसे लोग तो है ही है।
यह सब लोग भारत सरकार को कोस रहे हैं, गालियां दे रहे हैं। पहलगाम हमले के लिए भारत सरकार ही कैसे दोषी है, मोदी की हठधर्मिता कैसे जिम्मेदार है, भाजपा सरकार में ही सबसे ज्यादा आतंकी हमले कैसे होते हैं… यह उच्च स्वर से बता रहे हैं। पाकिस्तानी सेना की इस प्रेस-कम-इन्फॉर्मेशन कॉन्फ्रेंस में विश्व के राजनयिक और पत्रकार यह सब देख रहे हैं और पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता, पाकिस्तानी पत्रकारों के साथ, इसका मजा ले रहे हैं..!
यह सही है कि हम लोकतांत्रिक देश में रहते हैं और लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का हक होता है, किंतु जब राष्ट्र पर संकट आता है, तब आपसी मतभेदों को बाजू में रखकर राष्ट्र एक होना चाहिए। पहलगाम का हमला यह राष्ट्र पर किया गया हमला था। यह किसने किया, यह तो भारत का बच्चा भी जानता हैं।
इस घटना के लिए किसका विरोध होना चाहिए था..? तो उन आतंकवादियों का। निर्भत्सना होनी चाहिए थी, तो उन आतंकवादियों को प्रश्रय देने वाले पाकिस्तान की, किंतु हमारे यह तथाकथित नेता, सेलिब्रिटीज क्या कर रहे थे..?
वें देश की सरकार को ही गालियां दे रहे थे। देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी उसमें शामिल थे। खैर, कांग्रेस तो धीरे-धीरे स्वतंत्रता प्राप्ति के पहले वाली मुस्लिम लीग का स्वरूप ले रही है। (राहुल गांधी का, चीन के ड्रोन की प्रशंसा करने वाला विडिओ तो हमने देखा ही होगा)। टिकैत, ध्रुव राठी जैसे भारत विरोधी लोगों की मानसिकता भी हम सभी जानते हैं, किंतु हमारे शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद भी..?
पाकिस्तान इन सब को बार-बार दुनिया के सामने दिखाकर इस युद्ध का नरेटिव बदलना चाह रहा है। पाकिस्तान यह दिखाना चाह रहा है कि इस युद्ध का समर्थन भारत की जनता नहीं कर रही है।
और ये, देश के कठिन समय में शत्रु का साथ देने वाले, नीच, गद्दार अपने ही देश की इज्जत दुनिया के सामने बर्बाद करने पर तुले हैं। इसको ठीक से समझना होगा, पहचाना होगा। यह सभी माध्यमों में सक्रिय है। हमारी सेना का मनोबल तोड़ना चाहते हैं। ‘युद्ध से किसका भला हुआ है’ वाला रोना रोकर, शांति मार्च निकल रहे हैं। पाकिस्तानी स्लीपर सेल ने ऐसे सभी पाकिस्तान परस्त लोगों को युद्ध रोकने हेतु भारत में सक्रिय किया है। यदि यह लोग आपके आसपास है, तो इन्हें रोकिए, इनसे संबंध तोडियें। इनका सामाजिक बहिष्कार कीजिये। यह युद्ध का समय है..!