2 प्रतिष्ठित कंट्री अवॉर्ड्स और 87 अन्य पुरस्कार प्राप्त कर एबाकस वर्ल्ड चैंपियनशिप 2025 में भारत ने पाया द्वितीय स्थान
भारत ने एक बार फिर एबाकस और मेंटल मैथ के क्षेत्र में अपनी श्रेष्ठता को सिद्ध करते हुए हाल ही में सम्पन्न हुई एआईएएम वर्ल्ड चैंपियनशिप (एबाकस और मेंटल मैथ ओलंपियाड) में शानदार प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता का आयोजन एआईएएमए (एबाकस किंग इंटरनेशनल एबाकस एंड मेंटल अरिथमैटिक अलायंस) द्वारा मलेशिया में किया गया, जिसमें भारत के 87 प्रतिभागियों ने भाग लिया और कुल 91 पुरस्कार प्राप्त किए।
ये प्रतिभागी देश के विभिन्न हिस्सों — मुंबई, पुणे, दिल्ली और मध्य प्रदेश में स्थित वंडर किड्ज़ लर्निंग एकेडमी के केंद्रों से संबंधित हैं। 6 से 14 वर्ष की उम्र के इन बच्चों ने अपनी-अपनी श्रेणियों में शानदार प्रतिभा का प्रदर्शन किया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को गौरव दिलाया।
इस प्रतियोगिता में कुल 488 प्रतिभागियों ने 14 देशों — ताइवान, मलेशिया, भारत, इंडोनेशिया, जापान, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका, चीन, दक्षिण अफ्रीका, पनामा, लेबनान, कंबोडिया, इराक और रूस — से भाग लिया, जिससे यह प्रतियोगिता अत्यंत प्रतिस्पर्धात्मक बन गई।
मुंबई से भाग लेने वाले प्रतिभागियों में से 4 बच्चों, जय भांगरे, आदिराज मेस्त्री, रियान चंदराना और ईशान देसाई, को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ, जो भारत के लिए एक बड़ा सम्मान रहा।
इसके अतिरिक्त, 11 प्रतिभाशाली बच्चों ने अपने-अपने समूहों में द्वितीय स्थान प्राप्त किया, जिनमें शामिल हैं: स्पृहा आपटे, पूर्वा मुरुडकर, अस्मी सावंत, श्रीहान देशपांडे, प्रिषा शिवदास, तक्षका ऊंडर, विहान साखरकर, देवांश लाड, ओमकार पवार, प्रिशा साटम और श्राव्या शिर्के।
वहीं, 18 अन्य होनहार प्रतिभागियों ने कठिन प्रतिस्पर्धा में तृतीय स्थान हासिल किया: आराध्या पाटिल, जय बोरहाडे, अवनी बोरहाडे, श्रावणी गुरव, आद्या भाटकर, कैवल्य नारकर, यश परब, तीर्थ हरखानी, कलश कट्टुलु, समन्यु महाडिक, अद्वय पाटकर, नीषाद सालुंके, शाश्वत दासरी, सुप्रभा आर. सिंधु, शाहिद घावटे, हितांशी पाटिल, अह्यान सैयद और अमान सैयद।
वंडर किड्ज़ लर्निंग अकैडमी के प्रशिक्षकों को भी उनके समर्पण और मार्गदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। श्रीमती लीना पाटिल और सुश्री श्रुति पाटिल को सर्वश्रेष्ठ कोच का पुरस्कार मिला।
भारत की समग्र प्रदर्शन क्षमता ने उसे टीम रैंकिंग में दूसरा स्थान दिलाया, जो कि इतने प्रतिस्पर्धात्मक माहौल में एक अत्यंत सराहनीय उपलब्धि है। इंडोनेशिया ने सर्वश्रेष्ठ टीम का खिताब जीता।
श्री अशुतोष पाटिल, जो कि भारत के एबाकस किंग में एम्बेसडर और काउंसिल में बर हैं, तथा वंडर किड्ज़ लर्निंग अकैडमी के संस्थापक और निदेशक भी हैं, ने भारतीय टीम की ओर से दो ट्रॉफियाँ प्राप्त कीं और सभी विजेताओं की सफलता पर गर्व व्यक्त किया।
एआईएएम वर्ल्ड चैंपियनशिप में मिली इस शानदार सफलता ने भारत की स्थिति को एबाकस और मेंटल मैथ के क्षेत्र में एक वैश्विक शक्ति के रूप में और अधिक सुदृढ़ कर दिया है। अगली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता 2026 में ताइवान में आयोजित की जाएगी।