जनजाति कल्याण केन्द्र, महाकौशल, बरगांव को आदिवासी कल्याण एवं विकास के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए प्रतिष्ठित “महाराजा अग्रसेन राष्ट्रीय सम्मान 2024-25 से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री मोहन यादव द्वारा भोपाल में आयोजित एक समारोह में संस्था के सचिव मनोहर लाल साहू को प्रदान किया गया।
महाराजा अग्रसेन राष्ट्रीय सम्मान, मध्य प्रदेश शासन के संस्कृति विभाग द्वारा स्थापित किया गया है। यह प्रतिवर्ष उन व्यक्तियों और संस्थाओं को प्रदान किया जाता है, जिन्होंने समाज में सौहार्द, भाईचारे और सामाजिक उत्थान में अनुकरणीय योगदान दिया हो। वर्ष 2024-25 में यह सम्मान जनजाति कल्याण केन्द्र, महाकौशल, जिला डिंडोरी को आदिवासी समाज के कल्याण और उत्थान हेतु उसके निरंतर कार्यों के लिए प्रदान किया गया।
संस्था का परिचय और कार्यक्षेत्र
जनजाति कल्याण केन्द्र की स्थापना वर्ष 1995 में सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम 1860 के अंतर्गत हुई थी। यह एक गैर-लाभकारी चैरिटेबल ट्रस्ट है, जो लगभग तीन दशकों से आदिवासी समाज के कल्याण के लिए निरंतर कार्यरत है।
संस्था ने मेखल क्षेत्र के 25 गाँवों में स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल विकास, जैविक खेती, महिला सशक्तिकरण और आजीविका संवर्धन जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।
मुख्य गतिविधियाँ
प्रतिवर्ष मेगा हेल्थ कैम्प का आयोजन कर दूरस्थ आदिवासी क्षेत्रों में सैकड़ों लोगों को स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराना।
आदिवासी परिवारों को सरकारी योजनाओं से जोड़ना और उन्हें लाभ दिलाना।
युवाओं एवं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शिक्षा एवं कौशल प्रशिक्षण उपलब्ध कराना।
नर्मदा परिक्रमा यात्रियों को विशेष सहयोग प्रदान करना।
इन पहलों के माध्यम से संस्था ने आदिवासी समाज में आशा, गरिमा और नए अवसरों का संचार किया है, जिससे महिलाएँ और युवा आत्मनिर्भरता तथा सतत विकास की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। अपने पेशेवर और प्रभावी दृष्टिकोण के कारण संस्था को राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर कई सम्मान प्राप्त हुए हैं।
महाराजा अग्रसेन राष्ट्रीय सम्मान 2024-25 संस्था के सौहार्द, भाईचारे और आदिवासी समाज के समग्र विकास के प्रति उसकी निरंतर प्रतिबद्धता का महत्वपूर्ण प्रतीक है।
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