“गरीब परिवार और मां से अलग, अल्पशिक्षित व्यक्ति भी शून्य से सृष्टि खड़ी करके समाज के सामने एक आदर्श कैसे स्थापित कर सकता है, इसका मूर्तिमंत प्रतीक हैं श्री रामब्रिज यादव! उनकी जीवन गाथा से केवल संघ स्वयंसेवक, भाजपा कार्यकर्ता ही नहीं, बल्कि प्रत्येक नवयुवक को प्रेरणा मिलेगी,” ये गौरवोद्गार उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक ने व्यक्त किए। स्वामी विवेकानंद एजुकेशन सेंटर के संस्थापक और जनसेवा सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष श्री रामब्रिज यादव को श्रद्धांजलि स्वरूप ‘हिंदी विवेक’ द्वारा तैयार किए गए गौरवांक (विशेषांक) का प्रकाशन करते हुए राम नाईक बोल रहे थे।
“विपन्न अवस्था से बड़ा व्यावसायिक यश पानेवालों को भी हम आदर से देखते हैं, परंतु परिस्थितियों से संघर्ष करते हुए भी समाजबोध बनाए रखनेवाले और सभी के उत्कर्ष के लिए जुटे रहनेवाले तथा राजनीति, सहकार, शिक्षा जैसे नानाविध क्षेत्रों में आदर्श काम करनेवाले और ऐसा करते हुए पद की लालसा न रखने वाले बिरले व्यक्तित्व श्री रामब्रिज यादव के स्वभाव की विशेषताएं और उल्लेखनीय कार्य इस विशेषांक में हैं, इसलिए इसे सभी को अवश्य पढ़ना चाहिए,” ऐसा आग्रही प्रतिपादन भी राम नाईक ने किया।
“दहिसर में हिंदी, मराठी, गुजराती और अंग्रेजी इन चार माध्यमों की स्कूल चलानेवाली स्वामी विवेकानंद एजुकेशन सेंटर नामक संस्था की स्थापना करने वाले श्री रामब्रिज यादव ने हमेशा विद्यार्थियों के विकास और शिक्षक-कर्मचारियों की समस्याओं की ओर व्यक्तिगत रूप से ध्यान दिया। जनसेवा बैंक को भी मुश्किल दौर से उबारा। उत्तर मुंबई को भारतीय जनता पार्टी का गढ़ बनाने में राम नाईक का दाहिना हाथ बनकर साथ दिया। यह सब इतनी समर्पित भावना से किया कि मानो ‘आम्ही असू सुखाने पत्थर पायाचे’ इस काव्य पंक्ति का मूर्तिमंत उदाहरण हैं श्री रामब्रिज यादव,” ऐसे शब्दों में उत्तर मुंबई के पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी ने इस अवसर पर अपनी भावना व्यक्त की।
“जनहित के लिए लोगों को जोड़ने की अमर्यादित ताकत श्री रामब्रिज यादव की सबसे बड़ी पूंजी थी। झुग्गी-बस्ती की एक बच्ची का अचानक निधन होने पर वहां तुरंत जाना चाहिए, यह दृढ़ता से कहने वाले यादव जी उस बच्ची के परिवार को मेरी ओर से सहायता दिलवाई गई, यह बात भी वे सभी को गर्व से बताया करते थे। सामाजिक कार्य और राजनीति का सामंजस्य कैसे बैठाना है, इसका गुर मंत्र उन्होंने ही मुझे दिया।” ऐसा इस अवसर पर दहिसर की विधायक श्रीमती मनीषा चौधरी ने कहा।
राम नाईक, गोपाल शेट्टी, श्रीमती मनीषा चौधरी के साथ विधायक अतुल भातखळकर, योगेश सागर, संजय उपाध्याय तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमोद बापट, विलास भागवत आदि के इस विशेषांक में लेख हैं।
‘हिंदी विवेक’ विशेषांक के प्रकाशन के इस कार्यक्रम में पूर्व विधायक भाई गिरकर, स्वामी विवेकानंद एजुकेशन सेंटर के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ स्थानिक नेता करुणाशंकर ओझा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व भाग संघचालक भालचंद्र भांगे ने भी अपने विचार प्रकट किए।
संस्था के अध्यक्ष अरुण कुमार मुछाला के साथ सैकड़ों नागरिक इस अवसर पर उपस्थित थे। जनसेवा बैंक के अध्यक्ष एडवोकेट जयप्रकाश मिश्रा ने इस अवसर पर सफल संचालन किया, जबकि स्वर्गीय रामब्रिज यादव के सुपुत्र दिनेश यादव ने उपस्थितजनों का आभार व्यक्त किया।