राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक और केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य श्री मधुभाई कुलकर्णी जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। सेवाभावी प्रवृत्ति और त्यागमय जीवन ही आदरणीय मधुभाई की वास्तविक पहचान थी।
आज दोपहर डॉ. हेडगेवार अस्पताल, संभाजीनगर में उनका स्वर्गवास हुआ, वे 88 वर्ष के थे। उन्होंने देहदान का संकल्प लिया था। उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार उनका पार्थिव रामचंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, आर. के. दमाणी मेडिकल कॉलेज ले जाया जाएगा। उनका पार्थिव आज दोपहर 1 बजे से 5 बजे तक समर्पण कार्यालय में दर्शनार्थ रखा जाएगा।
सामाजिक समरसता के विषय में एक पालक की भांति कार्यकर्ताओं की दृष्टि विकसित करने के लिए वे सदैव प्रयत्नशील रहते थे। लगभग 6 दशकों तक संघ प्रचारक के रूप में उन्होंने राष्ट्र एवं समाज के लिए अपना सर्वस्य न्योछावर कर दिया और अंतिम समय में भी अपना पार्थिव शरीर लोक कल्याण हेतु देहदान कर दिया।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने कहा कि मेरे महाविद्यालयीन काल के दौरान जब मैं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का एक कार्यकर्ता था, तब वे पुणे में एक संघ प्रचारक के रूप में कार्यरत थे। उस दौरान हम सभी को उनका मार्गदर्शन प्राप्त हुआ और हमारे विचारों को एक सकारात्मक दिशा मिली।
बाद में गुजरात प्रांत प्रचारक के रूप में उन्होंने आदरणीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी और गृह मंत्री अमित शाह जी के साथ मिलकर दीर्घकाल तक राष्ट्र सेवा की। ‘सेवा ही साधना है’ इस जीवन मंत्र को उन्होंने संघ के कार्यकर्ताओं के मन-मन में रोपा। उनका कार्य, उनकी साधना और संघ के प्रति निष्ठा भावी पीढ़ियों के लिए सदैव प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी। मधुभाई कुलकर्णी जी को मेरी भावपूर्ण श्रद्धांजलि।
हिंदी विवेक से जुड़े मधुभाई कुलकर्णी जी ने लेखक के रूप में संघ से सम्बंधित अनेक कालजयी लेख लिखे, जो उनके संघ समर्पण, साधना और तपस्या को दर्शाता है। हिंदी विवेक में प्रकाशित उनके लेख दशकों तक स्वयंसेवकों सहित सम्पूर्ण राष्ट्र को प्रेरणा एवं मार्गदर्शन देते रहेंगे।
हिंदी विवेक परिवार की ओर से उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति व सद्गति प्रदान करें. ॐ शांति शांति शांति…