“इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ़ इंडिया” (IFFI ) फिल्म महोत्सव अभी-अभी गोवा में संपन्न हुआ। इस महोत्सव में विवेक फिल्मस द्वारा निर्मित “मु.पो. बोम्बिलवाडी” नामक फिल्म ने निश्चित ही अपनी एक अलग छाप छोड़ी है। आने वाले भविष्य में ऐसी फ़िल्मी संस्थाएं जो विवेक फिल्मस की तरह नए रूप में चलचित्र निर्माण में अपना अस्तित्व सिद्ध करना चाहती हैं, उनके लिए यह एक मील का पत्थर साबित होगा।
वर्ष 2025 की शुरुआत ही एक जबरदस्त फिल्म “मु .पो. बोम्बिलवाडी” से हुई।
जिसने गोवा के 56 वें “इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया” में गोवा का रंगमंच हंसी के फव्वारों से हिला दिया। 20 नवंबर से 28 नवंबर तक गोवा में IFFI का जोरदार कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस बीच मराठी फिल्म “मु. पो. बोम्बिलवाडी” का चुनाव “इंडियन पैनारोमा” विभाग के अंतर्गत किया गया।
“दुर्दम्य लोकमान्य” और “कालजयी सावरकर” इन दो फिल्मों के निर्माण के बाद विवेक फिल्म्स ने व्यावसायिक फिल्म निर्माण में अपना मजबूत कदम मु.पो. बोम्बिलवाडी फिल्म के माध्यम से पहले ही रख दिया था। अब इस वर्ष के अंत में सिनेमा जगत में प्रतिष्ठित समझे जाने वाले “इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया” में मु.पो. बोम्बिलवाडी फिल्म को स्थान मिला। इस प्रकार इससे पहले मिली सफलता पर मुहर लग गई है।
पिछले सप्ताह 20 नवंबर को “इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया” के 56 वे सीजन का जोरदार उद्घाटन हुआ। इस महोत्सव के अंतर्गत इसी श्रृंखला में 22, 23 और 24 नवंबर को इस फिल्म के कुल 3 शोज गोवा के विभिन्न मल्टीप्लेक्स में दिखाए गए, जिन्हें प्रेक्षकों का अभूतपूर्व प्रतिसाद मिला। इस फिल्म महोत्सव में गोवा के स्थानीय प्रेक्षकों के साथ ही अनेक परदेसी और अमराठी प्रेक्षक भी थे जिन्होंने यह फिल्म सबटाइटल के साथ देखा और सबको यह बहुत पसंद आया।

“मु.पो.बोम्बिलवाड़ी” फिल्म की 22 नवंबर 2025 को हुई पहली विशेष स्क्रीनिंग के लिए फिल्म की पूरी टीम उपस्थित थी। जिसमें फिल्म के लेखक निर्देशक परेश मोकाशी, विवेक फिल्म्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और निर्माता भारत दिलीप शितोले, अभिनेत्री रितिका श्रोत्रि और विवेक फिल्म्स के कार्यकारी सदस्य कमलेश उदासी का समावेश था। फिल्म की स्क्रीनिंग के पहले चित्रपट की टीम का रेड कार्पेट पर जोरदार आगमन हुआ। इसके पश्चात महोत्सव के विशेष अधिकारियों के हाथों से, प्रेक्षकों से भरे हुए हाउसफुल प्रेक्षा गृह में सबका यथोचित सत्कार किया गया।
इस स्क्रीनिंग के समय प्रमुख अतिथि के रूप में गोवा के भूतपूर्व मुख्य मंत्री और वर्तमान कैबिनेट मंत्री दिगंबर कामत भी उपस्थित थे। उन्होंने फिल्म की टीम के साथ बातचीत की। फिल्म की स्क्रीनिंग के पश्चात दर्शकों ने भी उपस्थित कलाकारों से बातचीत करते हुए बताया कि उन्हें यह फिल्म बेहद पसंद आया। कुछ दर्शकों ने फिल्म में दिखाई गई हास्य शैली की तारीफ करते हुए इच्छा व्यक्त की कि इस फिल्म का भाग-2 भी आना चाहिए।
इसी दिन फिल्म की पूरी टीम को फिल्म बाजार की मुंबई फिल्मसिटी के स्टॉल को भेंट देने के लिए आमंत्रित किया गया था। इस समय मुंबई फिल्म सिटी के
सह व्यवस्थापकीय संचालक प्रशांत साजणीकर ने मु.पो. बोम्बिलवाडी टीम का स्टॉल पर स्वागत करते हुए उपस्थित मेहमानों का यथोचित सम्मान किया।
23 नवंबर को मु.पो.बोम्बिल वाडी फिल्म की टीम के साथ उपस्थित पत्रकारों ने खुले दिल से बातचीत की। मंच पर उपस्थित लेखक एवं निर्देशक परेश मोकाशी तथा निर्माता भरत दिलीप शितोले ने पत्रकारों के प्रश्नों के उत्तर दिए। इस समय अभिनेत्री रितिका श्रोत्री भी उपस्थित थी। इस महोत्सव में संपूर्ण भारत से सभी भाषाएं मिलकर केवल 20 चलचित्र चुने जाते हैं। जिसमें विवेक फिल्म्स निर्मित मु.पो.बोम्बिलवाडी फिल्म का चुनाव हुआ, यह विशेष बात है।
8 दिन तक चलने वाले इस फिल्म महोत्सव में मु.पो.बोम्बिलवाडी फिल्म ने निश्चित ही अपनी एक अलग छाप छोड़ी है। आने वाले भविष्य में ऐसी फ़िल्मी संस्थाएं जो विवेक फिल्म्स की तरह नए रूप में चलचित्र निर्माण में अपना अस्तित्व सिद्ध करना चाहती हैं उनके लिए यह एक मील का पत्थर साबित होगा, इसमें कोई शंका नहीं है।


मैंने भी ये फ़िल्म देखी है, हिटलर की भूमिका मजेदार है।